ग़ाज़ा में 60 दिन के संघर्ष-विराम योजना के खुलासे पर रिपोर्ट
एक अमेरिकी अख़बार ने ग़ाज़ा में प्रस्तावित संघर्ष-विराम योजना की जानकारी सार्वजनिक करते हुए बताया है कि, इस 60 दिन और 5 चरणों में बंटे संघर्ष-विराम के दौरान इज़रायली बंधकों के बदले में कुछ फ़िलिस्तीनी क़ैदियों को रिहा किया जाएगा।
फार्स न्यूज़ एजेंसी की अंतरराष्ट्रीय रिपोर्ट के अनुसार, फ़िलिस्तीनी प्रतिरोध आंदोलन (हमास) ने बुधवार को पुष्टि की है कि, उसे मध्यस्थों की ओर से संघर्ष-विराम से जुड़ा एक नया प्रस्ताव प्राप्त हुआ है, जिसे वह “उच्च ज़िम्मेदारी” के साथ अध्ययन कर रहा है।
हमास ने स्पष्ट किया कि वह इस प्रस्ताव पर व्यापक राष्ट्रीय परामर्श शुरू कर चुका है ताकि ऐसा समझौता हो सके जो हमलों को समाप्त करे, इज़रायली क़ब्ज़ाधारी बलों की वापसी और ग़ाज़ा के लोगों को तत्काल मानवीय सहायता सुनिश्चित करे।
इससे पहले, अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हमास से उस प्रस्ताव को स्वीकार करने की अपील की थी जिसे उन्होंने ग़ाज़ा में इज़रायल के साथ संघर्ष-विराम का “अंतिम प्रस्ताव” बताया था। ट्रंप के अनुसार, इज़रायल इस प्रस्ताव को पहले ही स्वीकार कर चुका है।
अमेरिकी अख़बार न्यूयॉर्क टाइम्स ने इस संभावित समझौते के कुछ अहम बिंदुओं का खुलासा किया है:
इज़रायली सुरक्षा सूत्र और हमास के क़रीबी एक फ़िलिस्तीनी सूत्र के हवाले से बताया गया कि इस समझौते में 10 ज़िंदा इज़रायली बंधकों की रिहाई और 18 शवों की वापसी के बदले में कुछ फ़िलिस्तीनी क़ैदियों को रिहा किया जाएगा। यह प्रक्रिया पांच चरणों में 60 दिन के संघर्ष-विराम के दौरान पूरी होगी।
इज़रायली सूत्र ने बताया कि इस योजना के तहत हमास से यह अपेक्षा की जाएगी कि वह बंधकों की रिहाई के वक्त कोई सार्वजनिक समारोह या वीडियो रिकॉर्डिंग न करे, जैसा कि पिछले समझौते में हुआ था। इसके बदले में इज़रायल भी निर्धारित चरणों में फ़िलिस्तीनी क़ैदियों को रिहा करेगा।
पूरी प्रक्रिया पर अंतरराष्ट्रीय मध्यस्थों, विशेष रूप से क़तर और मिस्र की निगरानी और गारंटी होगी, ताकि समझौते को अमल में लाया जा सके। हालांकि, इस योजना में युद्ध के पूर्ण अंत की कोई गारंटी नहीं दी गई है, बल्कि केवल आगे बातचीत जारी रखने पर ज़ोर दिया गया है।

