यह यक़ीन दिलाया जाए कि, इज़रायल फिर से सैन्य कार्रवाई शुरू नहीं करेगा: हमास
हमास ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और ग़ाज़ा युद्ध-विराम समझौते के मध्यस्थों से मांग की है कि यह गारंटी दी जाए कि इज़रायल क्षेत्र में अपनी सैन्य कार्रवाई दोबारा शुरू नहीं करेगा। फ्रांसीसी समाचार एजेंसी एएफपी के अनुसार, हमास के प्रवक्ता हाज़िम क़ासिम ने कहा — “हम अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के उस बयान का स्वागत करते हैं जिसमें उन्होंने साफ़ तौर पर पुष्टि की है कि, ग़ाज़ा पट्टी पर इज़रायल का युद्ध समाप्त हो चुका है।”
उन्होंने आगे कहा कि “हम सभी मध्यस्थों और अंतरराष्ट्रीय पक्षों से अपील करते हैं कि वे इज़रायल के व्यवहार पर नज़र रखें और सुनिश्चित करें कि, वह हमारे लोगों के खिलाफ फिर से आक्रामकता शुरू न करे।”
ग़ाज़ा शांति समझौता
9 अक्टूबर को इज़रायल और हमास ने ग़ाज़ा में युद्ध-विराम के पहले चरण पर सहमति जताई थी। इसका उद्देश्य उस विनाशकारी युद्ध को समाप्त करना था जिसमें दसियों हज़ार लोग मारे जा चुके हैं और पूरा इलाका खंडहर में बदल गया है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा बताए गए समझौते के अनुसार, हमास सभी बंधकों को रिहा करेगा और इज़रायल अपनी सेनाओं को एक तय सीमा तक पीछे हटाएगा। हमास ने 2,000 फ़िलिस्तीनी क़ैदियों के बदले 20 जीवित इज़रायली बंधकों को रिहा किया है। ट्रंप ने इस प्रक्रिया में मध्यस्थता करने वाले देशों —क़तर, मिस्र और तुर्की — का धन्यवाद किया।
छह महीने बाद ग़ाज़ा में 400 ट्रक पहुंचे
छह महीनों में पहली बार ग़ाज़ा पट्टी में मानवीय सहायता, ईंधन और गैस लेकर 400 ट्रक दाखिल हुए हैं। फ़िलिस्तीनी टीवी के अनुसार, इन ट्रकों की एंट्री रविवार को शुरू हुई। उम्मीद है कि मिस्र के साथ रफ़ा बॉर्डर क्रॉसिंग जल्द ही पूरी तरह खोल दी जाएगी। राहत सामग्री की यह एंट्री युद्ध-विराम योजना का सबसे अहम हिस्सा है। अल-अरबिया और अल-हदस के रिपोर्टर्स के मुताबिक, मार्च के बाद यह पहला मौका है जब बड़ी मात्रा में सहायता पहुंचाने के लिए अल-औजा क्रॉसिंग का इस्तेमाल किया गया है।
यूरोपीय संघ ने ग़ाज़ा के पुनर्निर्माण के लिए फंड देने की घोषणा की
यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयन ने कहा कि यूरोपीय संघ फ़िलिस्तीनी अथॉरिटी में सुधार के प्रयासों में मदद करेगा और ग़ाज़ा के पुनर्निर्माण के लिए धन उपलब्ध कराएगा। उन्होंने एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा कि “शर्म अल-शेख़ में हुए युद्ध-विराम समझौते का स्वागत करते हुए इसे एक ऐतिहासिक उपलब्धि माना जा सकता है। कैदियों और बंधकों की रिहाई उनके परिवारों के लिए खुशी और पूरी दुनिया के लिए सुकून का क्षण है।” उन्होंने जोड़ा कि “यूरोप पूरी तरह उस शांति योजना का समर्थन करता है जिसे अमेरिका, क़तर, मिस्र और तुर्की ने मिलकर तैयार किया है।”
यह समझौता हमारे लोगों के धैर्य और प्रतिरोध का परिणाम है: अल-क़स्साम
हमास के सशस्त्र विंग अल-क़स्साम ब्रिगेड्स ने कहा है कि यह समझौता फ़िलिस्तीनी जनता के धैर्य, दृढ़ता और प्रतिरोध के संकल्प का फल है। उन्होंने स्पष्ट किया कि “हम इस समझौते और तय शर्तों की पूरी तरह पालना करेंगे — बशर्ते इज़रायल भी अपने वादों पर कायम रहे।” अल-क़स्साम ब्रिगेड्स ने कहा कि “हमने हमेशा इस नरसंहार को रोकने के लिए ईमानदार कोशिश की, लेकिन दुश्मन ने अपनी बदले की भावना और निर्दयी नीतियों से हर प्रयास को नाकाम किया।”

