क़तर ने ईरान पर इज़रायली हमलों को अवैध और आक्रामक बताया
क़तर के विदेश मंत्रालय ने ईरान पर इज़रायली हमलों की कड़ी निंदा करते हुए इन्हें अवैध और आक्रामक बताया है और चेतावनी दी है कि ऐसे हमले पूरे क्षेत्र को व्यापक युद्ध की ओर धकेल सकते हैं। रविवार को अल-जज़ीरा नेटवर्क के हवाले से ईरना ने बताया कि क़तर के प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री शेख मोहम्मद बिन अब्दुलरहमान अल-थानी ने लंदन से मिले एक टेलीफोन कॉल में ब्रिटेन के विदेश मंत्री डेविड लेमी से बातचीत की। इस संवाद का मुख्य विषय ईरान पर हुए इज़रायली हमले और क्षेत्रीय हालात था।
क़तर के प्रधानमंत्री ने ईरान पर इज़रायली हमलों की निंदा की
क़तर के प्रधानमंत्री ने इस बातचीत में साफ शब्दों में इज़रायली हमलों और अंतरराष्ट्रीय कानूनों के उल्लंघन की निंदा की और देशों की संप्रभुता का सम्मान किए जाने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने चेताया कि अगर इज़रायल की ये आक्रामक नीतियाँ जारी रहीं, तो इससे शांति की वैश्विक कोशिशें विफल हो सकती हैं और पूरा क्षेत्र युद्ध की चपेट में आ सकता है।
गौरतलब है कि शुक्रवार, 23 जून 2025 को इज़रायल द्वारा तेहरान और कुछ अन्य शहरों पर किए गए आतंकवादी हमलों में कई सैन्य कमांडर, वैज्ञानिक और आम नागरिक शहीद हुए। इस हमले के जवाब में ईरान के सर्वोच्च नेता ने कड़े बदले की चेतावनी दी थी।
खाड़ी क्षेत्र को युद्ध में झोंकना एक रणनीतिक भूल: अब्बास अराक़ची
ईरान के विदेश मंत्री सैयद अब्बास अराक़ची ने रविवार को तेहरान में विदेशी राजदूतों से कहा कि असलूये क्षेत्र पर इज़रायली हमला स्पष्ट आक्रमण और एक बहुत ही खतरनाक कार्रवाई है। उन्होंने कहा कि खाड़ी क्षेत्र को युद्ध में झोंकना एक रणनीतिक भूल है, जो संभवतः जानबूझकर और युद्ध को ईरान की सीमाओं से बाहर फैलाने के उद्देश्य से किया गया है। अराक़ची ने कहा कि खाड़ी क्षेत्र की संवेदनशीलता इतनी है कि वहां कोई भी सैन्य तनाव न केवल इस क्षेत्र को, बल्कि पूरी दुनिया को प्रभावित कर सकता है।
इस बीच, संयुक्त राष्ट्र में ईरान के स्थायी प्रतिनिधि अमीर सईद इरवानी ने स्पष्ट किया कि ईरान का जवाब “कानूनी, सटीक और निर्णायक” होगा और इसे “अपने समय और तरीके से” अंजाम दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि ईरान ने इज़रायली हमलों के जवाब में दर्जनों मिसाइलें ज़ायोनी अधिकृत क्षेत्रों पर दागीं, जिससे वहां कई विस्फोट और व्यापक नुकसान हुआ।

