फिलिस्तीनी माँ का पत्र प्रकाशित करने पर फेसबुक ने अकाउंट सस्पेंड किया अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता एवं आजादी का नारा लगाने वाले पश्चिमी जगत का दोहरा चरित्र समय-समय पर उजागर होता रहा है।
फिलिस्तीनी बंद एक फिलिस्तीनी माँ का पत्र पोस्ट करने के आधार पर फेसबुक ने एक बार फिर उस अकाउंट को ब्लॉक कर दिया है जिसने जेल में बंद पूर्व फिलिस्तीनी प्रतिनिधि द्वारा लिखे गए पत्र को प्रकाशित किया था।
हारेत्ज़ ने रिपोर्ट देते हुए कहा है कि फिलिस्तीनी प्रतिनिधि खालिदा जर्रार ने पिछले मंगलवार को अपनी बेटी के अंतिम संस्कार के बाद उसे संबोधित करते हुए एक पत्र लिखा था।
“मेरी बेटी तुम्हारा जीवन एक फिलिस्तीनी का जीवन है। जो एक आजाद जिंदगी, आशा और आजादी से प्यार करता है। जो गुलामी, साम्राज्यवाद और उपनिवेशवाद से नफरत करता है।
फेसबुक ने अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का गला घोंटते हुए इस पत्र को शेयर करने वाले अकाउंट को 2 महीने के लिए सस्पेंड कर दिया है।
खालिदा जर्रार के इस पत्र को अपने फेसबुक अकाउंट पर पोस्ट करने वाले उनके करीबी दोस्त उमर नेज़ाल को इस सप्ताह बताया गया है कि उनका फेसबुक अकाउंट 2 महीने के लिए बंद कर दिया गया है। फेसबुक ने उमर नेज़ाल का पेज इस पत्र के शेयर करने के फौरन बाद बंद किया है।