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दर्दनाक: इराक़ में हाइपर मार्केट में भीषण आग से 61 से ज़्यादा की मौत

दर्दनाक: इराक़ में हाइपर मार्केट में भीषण आग से 61 से ज़्यादा की मौत

इराक़ के पूर्वी प्रांत वासित के मुख्य शहर ‘कुत’ में एक भीषण आग की घटना ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। यह आग शहर के एक बड़े हाइपर मार्केट और रेस्टोरेंट कॉम्प्लेक्स में उस समय लगी जब वहां बड़ी संख्या में लोग खरीदारी और भोजन के लिए मौजूद थे।

इराक़ के वित्त मंत्रालय और नागरिक सुरक्षा विभाग के अनुसार, इस दर्दनाक हादसे में अब तक 61 से अधिक लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जबकि दर्जनों लोग घायल हुए हैं और कई अब भी लापता हैं। घटनास्थल से 14 जली हुई लाशें बरामद की गईं, जिनकी पहचान करना मुश्किल हो रहा है। वहीं, 45 लोगों को फायर ब्रिगेड और बचाव दल ने इमारत से सुरक्षित बाहर निकाल लिया है।

आग कैसे लगी?
वासित प्रांत के गवर्नर मोहम्मद अल-मियाही ने मीडिया को बताया कि आग अचानक हाइपरमार्केट और उससे जुड़े रेस्टोरेंट में भड़क उठी, जहां उस समय कई परिवार भोजन कर रहे थे और बच्चे व महिलाएं खरीदारी में व्यस्त थे। प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार, शॉर्ट सर्किट या गैस सिलेंडर के फटने की आशंका जताई जा रही है, हालांकि असल कारण जानने के लिए जांच शुरू कर दी गई है।

सोशल मीडिया पर वायरल हुआ हादसे का वीडियो
इस दर्दनाक हादसे का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें पाँच मंज़िला इमारत को आग की तेज़ लपटों में घिरा हुआ देखा जा सकता है। फायर ब्रिगेड की गाड़ियाँ लगातार पानी डाल रही हैं, लेकिन आग की भयावहता इतनी ज़्यादा थी कि ऊपर की मंज़िलों पर फंसे कई लोग बाहर नहीं निकल पाए।

सरकार की प्रतिक्रिया और जांच
इराक़ी सरकार ने घटना पर तीन दिन के राष्ट्रीय शोक की घोषणा की है और कहा है कि इस त्रासदी को हल्के में नहीं लिया जाएगा। प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि आग लगने के कारणों की गहराई से जांच की जा रही है, और मॉल तथा इमारत के मालिकों के ख़िलाफ़ केस दर्ज किया गया है।

इराक़ न्यूज़ एजेंसी (INA) ने इसे एक “मौसमी आपदा” करार दिया है और कहा है कि इस तरह की घटनाएँ देश की इमरजेंसी व्यवस्थाओं और बिल्डिंग सेफ़्टी पर गंभीर सवाल उठाती हैं। एक मेडिकल वॉलंटियर ने रॉयटर्स को बताया, “हमने अब तक 59 शवों की पहचान कर ली है, लेकिन एक शव इतना ज़्यादा जल चुका है कि उसे पहचान पाना असंभव है।” इमारत में मौजूद एक दुकानदार ने बताया, “जब आग लगी तो अचानक धुंआ भर गया और चीख-पुकार मच गई। कुछ लोग ऊपर की मंज़िलों पर फँस गए थे। दमकल टीम को वहाँ तक पहुँचने में काफ़ी मुश्किल हुई।”

बड़ी लापरवाही की आशंका
विशेषज्ञों का मानना है कि इस मॉल में अग्नि सुरक्षा के पुख़्ता इंतज़ाम नहीं थे। इमारत की डिज़ाइन और इमरजेंसी निकास की कमी ने इस हादसे को और भी भयावह बना दिया। यह घटना इराक़ में हालिया वर्षों की सबसे भीषण आग की घटनाओं में से एक बन गई है। मृतकों की संख्या और बढ़ सकती है क्योंकि कुछ लोग अब भी लापता हैं और कुछ घायलों की हालत नाज़ुक बनी हुई है। आने वाले 48 घंटों में जांच रिपोर्ट सामने आने की उम्मीद है, जो इस बात को स्पष्ट करेगी कि यह त्रासदी लापरवाही का नतीजा थी या कोई तकनीकी खामी।

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