युद्ध-विराम पर भरोसा नहीं, ईरान पर कोई भी हमला भारी पड़ेगा: जनरल मूसवी
तेहरान से जारी एक अहम संदेश में ईरान के सशस्त्र बलों के प्रमुख जनरल सैयद अब्दुर्रहीम मूसवी ने सऊदी रक्षामंत्री खालिद बिन सलमान के साथ फोन पर बातचीत में दो टूक शब्दों में कहा कि उन्हें दुश्मनों की मंशा और युद्ध-विराम की स्थायित्व पर गंभीर शक है। उनका साफ़ कहना था कि ईरान ने कभी युद्ध की शुरुआत नहीं की, लेकिन अगर दुश्मन हमला दोहराता है, तो उसे माक़ूल और कड़ा जवाब दिया जाएगा।
जनरल मूसीवी ने अमेरिका और इज़रायल के हालिया हमले को अंतरराष्ट्रीय कानूनों और नैतिकता का खुला उल्लंघन बताया। उन्होंने कहा कि ये हमला उस समय हुआ जब ईरान बेहद संयम बरत रहा था और अमेरिका के साथ अप्रत्यक्ष कूटनीतिक वार्ताएं जारी थीं। लेकिन इसके बावजूद दुश्मन ने धोखा दिया, जिससे साफ़ है कि उन्हें न कानून की परवाह है और न इंसानियत की। 12 दिनों की इस युद्ध में ईरान ने न केवल जवाब दिया, बल्कि दिखा दिया कि अगर हमला होगा तो जवाब दुगनी ताक़त से मिलेगा।
सऊदी अरब के रक्षामंत्री ने ईरान के सैन्य कमांडरों की शहादत पर संवेदना व्यक्त की और बताया कि रियाज़ सिर्फ़ बयानबाज़ी में नहीं, बल्कि युद्ध को रोकने के लिए सक्रिय भूमिका निभा रहा है। ईरान के सऊदी राजदूत अली रज़ा अनायती ने भी स्पष्ट किया कि दोनों देशों के बीच सिर्फ़ कूटनीतिक नहीं, बल्कि अब रक्षा और सैन्य स्तर पर भी संवाद कायम हो गया है। उन्होंने बताया कि बीते दो हफ्तों में राष्ट्राध्यक्षों और विदेश मंत्रियों की कई बार बातचीत हुई, और सऊदी अरब ने खुले शब्दों में इज़रायली हमले की निंदा की है।
यह संदेश सिर्फ़ ईरान की चेतावनी नहीं, बल्कि क्षेत्रीय सुरक्षा और आत्मसम्मान की रक्षा का एलान है कि, अगर दुश्मन फिर से आग लगाएगा, तो ईरान उसे राख में बदलने की पूरी ताक़त रखता है।

