नेतन्याहू के गिरफ्तारी वारंट को ब्रिटेन, इटली, सहित कई यूरोपीय देशों का समर्थन
यूरोपीय देशों ने अंतर्राष्ट्रीय अपराध न्यायालय (आईसीसी) द्वारा इज़रायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और पूर्व रक्षामंत्री योआव गैलेंट के खिलाफ जारी गिरफ्तारी वारंट का समर्थन किया है। इन देशों ने नेतन्याहू और गैलेंट को गिरफ्तार करने का वादा किया है। गौरतलब है कि आईसीसी ने गुरुवार को नेतन्याहू और गैलेंट पर मानवता के खिलाफ अपराध और युद्ध अपराधों का आरोप लगाया था।
आईसीसी द्वारा गिरफ्तारी वारंट जारी किए जाने के बाद नेतन्याहू और गैलेंट को 124 सदस्य देशों में से किसी भी देश में गिरफ्तार किया जा सकता है। कई देशों, जैसे इटली और नीदरलैंड्स ने गुरुवार को घोषणा की कि, “यदि नेतन्याहू और गैलेंट हमारे देश में प्रवेश करते हैं, तो उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा।” इटली के रक्षामंत्री गुइडो क्रोसेटो ने आरएआई टेलीविजन से कहा कि, “हम उन्हें गिरफ्तार करेंगे।” उन्होंने आगे कहा कि, “यह कोई राजनीतिक निर्णय नहीं है, बल्कि इटली आईसीसी का सदस्य होने के नाते अदालत के वारंट को लागू करने के लिए बाध्य है।”
नीदरलैंड्स
नीदरलैंड्स ने भी कहा है कि, “वह आईसीसी द्वारा जारी गिरफ्तारी वारंट का पालन करेगा।” यूरोपीय संघ ने अपने सदस्य देशों से कहा है कि, “वे आईसीसी के इस निर्णय का सम्मान करें।” यह राजनीतिक नहीं है यूरोपीय आयोग के उपाध्यक्ष जेम्स बोरेल ने आईसीसी के इस निर्णय पर कहा कि, “यह कोई राजनीतिक निर्णय नहीं है। यह अदालत का निर्णय है, यह न्याय का निर्णय है, और इसे लागू करना हमारा कर्तव्य है।” अन्य देशों ने भी आईसीसी के निर्णय का समर्थन व्यक्त किया है।
आयरलैंड
आयरलैंड के प्रधानमंत्री साइमन हैरिस ने इस निर्णय को महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि, “आयरलैंड अंतर्राष्ट्रीय अपराध न्यायालय के निर्णय का सम्मान करता है।” कनाडा कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने कहा कि, “उनका देश आईसीसी के सभी आदेशों का पालन करेगा।” उन्होंने आगे कहा कि, “यह सभी के लिए आवश्यक है कि वे आईसीसी के निर्णयों का पालन करें।”
जॉर्डन
जॉर्डन के विदेश मंत्री अयमन सफदी ने कहा कि, “सभी सदस्य देशों को आईसीसी के निर्णयों का पालन करना चाहिए।”
ब्रिटेन
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर ने आईसीसी के गिरफ्तारी वारंट का समर्थन करते हुए कहा कि, “यदि नेतन्याहू ब्रिटेन आते हैं, तो उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा।” डाउनिंग स्ट्रीट के प्रवक्ता ने कहा कि, “ब्रिटिश सरकार आईसीसी के निर्णय का सम्मान करती है और नेतन्याहू के ब्रिटेन आने पर उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा।”
तुर्की
तुर्की के विदेश मंत्री हाकन फिदान ने ‘एक्स’ पर लिखा कि, “आईसीसी द्वारा नेतन्याहू और गैलेंट के खिलाफ जारी गिरफ्तारी वारंट न्याय की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।” दक्षिण अफ्रीका दक्षिण अफ्रीका सरकार ने अपने बयान में आईसीसी के निर्णय का स्वागत करते हुए इसे फिलिस्तीनियों के लिए न्याय की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रगति बताया।
वॉशिंगटन मूल रूप से आईसीसी के निर्णय को अस्वीकार करता है:अमेरिका
व्हाइट हाउस ने कहा कि, “वॉशिंगटन मूल रूप से आईसीसी के निर्णय को अस्वीकार करता है और इस वारंट जारी करने को लेकर चिंतित है।” हंगरी हंगरी के राष्ट्रपति के प्रवक्ता ज़ोल्टान कोवाक्स के अनुसार, हंगरी के विदेश मंत्री पीटर सिज़ार्तो ने आईसीसी के निर्णय की आलोचना की और इसे “शर्मनाक और निरर्थक” करार दिया। उन्होंने कहा कि, “ऐसे निर्णय अस्वीकार्य हैं।”
फिलिस्तीन ब्रिटेन में फिलिस्तीनी राजदूत हुसाम ज़ोमलोट ने आईसीसी द्वारा जारी गिरफ्तारी वारंट का स्वागत करते हुए कहा कि, “जवाबदेही और फिलिस्तीन में न्याय के लिए एक कदम बढ़ाया गया है।” उन्होंने अपने एक्स पोस्ट में कहा कि, “यह कार्रवाई केवल पिछले 412 दिनों के लिए नहीं, बल्कि 28,000 दिनों के लिए होनी चाहिए।”
हमास हमास ने अपने बयान में कहा कि, “हम आईसीसी से आग्रह करते हैं कि वह कब्जे वाले अपराधी नेताओं के खिलाफ जवाबदेही को और आगे बढ़ाए।” हमास ने आगे कहा कि, “यह फिलिस्तीनियों और पीड़ितों के लिए न्याय का एक महत्वपूर्ण कदम है, लेकिन यदि सभी देशों ने इसका समर्थन नहीं किया तो यह एक सीमित कदम बनकर रह जाएगा।”
संयुक्त राष्ट्र
संयुक्त राष्ट्र के मानवाधिकार कार्यालय ने कहा कि, “वह जवाबदेही के लिए आईसीसी की इस पहल का समर्थन करता है।” मानवाधिकार कार्यालय के प्रवक्ता जर्मी लॉरेंस ने कहा कि, “हम गंभीर अंतरराष्ट्रीय अपराधों के खिलाफ जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिए आईसीसी के निर्णय का समर्थन करते हैं।” फिलिस्तीन के लिए संयुक्त राष्ट्र की विशेष प्रवक्ता ने भी “जवाबदेही” सुनिश्चित करने के लिए संयुक्त प्रयास करने की मांग की।