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इज़रायल की सबसे ख़तरनाक, साइबर वारफेयर यूनिट 8200 हैक”

इज़रायल की सबसे ख़तरनाक़, साइबर वारफेयर यूनिट 8200 हैक”

हन्ज़ेला साइबर ग्रुप ने दावा किया है कि उन्होंने इज़रायल की खुफिया इकाई यूनिट 8200 की सबसे बड़ी आवरण कंपनी, सिलिकम, को हैक किया है। उनके अनुसार, यूनिट 8200 ने अपनी गतिविधियों को छुपाने के लिए कई आवरण कंपनियाँ स्थापित की हैं, जिनमें से सिलिकम प्रमुख है।

यह कंपनी यूनिट 8200 और मोसाद के इलेक्ट्रॉनिक जासूसी स्टेशनों के डिज़ाइन और क्रियान्वयन की जिम्मेदारी संभालती है, चाहे वे कब्जे वाले क्षेत्रों में हों या विश्वभर में। हन्ज़ेला साइबर ग्रुप का कहना है कि सिलिकम के सभी प्रमुख सदस्य और वरिष्ठ प्रबंधक यूनिट 8200 के गुप्त उच्च-स्तरीय अधिकारी हैं, जिनकी पहचान और दस्तावेज़ वे जल्द ही सार्वजनिक करेंगे।

यूनिट 8200 इज़रायल डिफेंस फोर्सेज़ (IDF) की एक प्रमुख खुफिया इकाई है, जो सिग्नल इंटेलिजेंस, डेटा माइनिंग और साइबर हमलों में विशेषज्ञता रखती है। यह इकाई इज़रायल की सबसे बड़ी सैन्य इकाई मानी जाती है और इसकी तुलना अक्सर अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी (NSA) से की जाती है।

सिलिकम के बारे में सार्वजनिक रूप से सीमित जानकारी उपलब्ध है, और यह संभव है कि यह यूनिट 8200 की एक आवरण कंपनी हो, जो गुप्त ऑपरेशनों के लिए स्थापित की गई हो। हालांकि, हन्ज़ेला साइबर ग्रुप के दावों की स्वतंत्र पुष्टि नहीं हो पाई है, और इज़राइली अधिकारियों ने इस पर कोई टिप्पणी नहीं की है।

यदि हन्ज़ेला साइबर ग्रुप के दावे सत्य हैं, तो यह इज़रायल की खुफिया गतिविधियों के लिए एक गंभीर चुनौती हो सकती है, क्योंकि इससे उनके गुप्त ऑपरेशनों और संबंधित व्यक्तियों की पहचान उजागर होने का खतरा है। यह घटना साइबर सुरक्षा के क्षेत्र में बढ़ते खतरों की ओर भी संकेत करती है, जहाँ राज्य और गैर-राज्य अभिनेता दोनों ही संवेदनशील सूचनाओं को निशाना बना रहे हैं।

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