इज़रायल का मक़सद सीरिया में सुरक्षा और शांति को रोकना है: सऊदी
इज़रायल ने सीरिया में सुरक्षा और स्थिरता की वापसी को रोकने के लिए अपने हमलों को तेज़ कर दिया है। सीरिया के गेलान हाइट्स पर इज़रायल के हमले और सीरिया की अन्य ज़मीनों को निशाना बनाना एक स्पष्ट रणनीति है, जिसका उद्देश्य सीरिया को अपनी आंतरिक स्थिति को सुधारने और फिर से स्थिरता प्राप्त करने से रोकना है।
सऊदी अरब के विदेश मंत्रालय ने इस संदर्भ में बयान जारी किया, जिसमें कहा गया कि इज़रायल की यह कार्यवाही सीरिया के लिए अपनी सुरक्षा और संप्रभुता को फिर से स्थापित करने के प्रयासों के खिलाफ है। रियाद का यह बयान यह भी साबित करता है कि इज़रायल के हमले सीरिया की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता को कमजोर करने के उद्देश्य से किए जा रहे हैं।
सीरिया में 2011 से जारी गृहयुद्ध ने देश को भारी नुकसान पहुँचाया है और सीरिया सरकार, जिसका नेतृत्व बशार-अल-असद कर रहे हैं, अब भी संघर्षों से जूझ रही है। इस युद्ध में विद्रोहियों, आतंकवादी समूहों और बाहरी शक्तियों का भी हस्तक्षेप रहा है, जिनमें इज़रायल भी शामिल है।
इज़रायल ने इस दौरान अपनी वायु सेना को सक्रिय कर लिया है और बड़े पैमाने पर सीरिया के सैन्य उपकरणों को नष्ट कर दिया है, जिनमें वे उपकरण भी शामिल हैं जो बशर अल-असद की सरकार की सेना के पास बच गए थे। इज़राइल का यह दावा है कि इन हमलों का उद्देश्य सीरिया में असद सरकार के प्रभाव को कमजोर करना और वहां के सैन्य बुनियादी ढांचे को नष्ट करना है, ताकि सीरिया अपनी स्थिति को सुधारने और सुरक्षा स्थापित करने में सफल न हो सके।
सऊदी अरब का विदेश मंत्रालय इस कार्रवाई को न केवल सीरिया के लिए, बल्कि पूरे क्षेत्र के लिए एक अस्थिरता की ओर बढ़ने के रूप में देखता है। सऊदी अरब, जो सीरिया के संघर्ष के दौरान विभिन्न आतंकी गुटों का समर्थन करता रहा है, इज़रायल के इस प्रकार के हमलों की कड़ी आलोचना कर रहा है।