इज़रायली टैंकों और बारूदी रोबोट्स ने ग़ाज़ा में तबाही मचाई
इज़रायली टैंक, ग़ाज़ा शहर में धड़ल्ले से हमला कर रहे हैं, वहीं बारूदी रोबोट्स भी शहर में भारी तबाही मचा रहे हैं। इतना ही नहीं, इज़रायली फ़ोर्सेज़ ने ग़ाज़ा पट्टी में इंटरनेट और टेलीफ़ोन सेवा को पूरी तरह बंद कर दिया है, जिससे घिरे हुए फ़िलिस्तीनियों का दुनिया से संपर्क टूट चुका है। रॉयटर्स के अनुसार, इज़रायली सेना की ज़मीनी कार्रवाई तेज़ हो गई है और गुरुवार को ग़ाज़ा पट्टी में इंटरनेट व टेलीफ़ोन सेवा पूरी तरह बंद कर दी गई। अरब न्यूज़ के मुताबिक ग़ाज़ा शहर के एक निवासी ने बताया कि वे ई-सिम के ज़रिये संपर्क में हैं। उन्होंने कहा: “इंटरनेट और फ़ोन सेवा बंद कर दी गई है और यह इस बात का संकेत है कि, अब कुछ बेहद ही क्रूरतापूर्ण होने वाला है।”
उस शख़्स ने बताया कि “मेरे आस-पास हालात बेहद ख़राब हैं, टेंटों और जर्जर मकानों में लोग ज़्यादा मुश्किलों का सामना कर रहे हैं। बहुत से लोग शहर छोड़ने की क्षमता नहीं रखते और बहुत से ऐसे भी हैं जो शहर छोड़ना ही नहीं चाहते।” फ़िलिस्तीन की टेलीकॉम कंपनी ने कहा है कि इलाके में मुख्य नेटवर्क की लाइन को निशाना बनाया गया है। फ़िलिस्तीन की स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, पिछले 24 घंटों के दौरान ग़ाज़ा पट्टी में इज़रायली हमलों या फ़ायरिंग से कम से कम 85 फ़िलिस्तीनी शहीद हो चुके हैं।
इज़रायल, हमलों के लिए बारूदी रोबोट्स इस्तेमाल कर रहा है
ग़ाज़ा शहर के निवासी अल-ग़ोल ने बीबीसी को बताया कि इज़रायली सेना अब पुरानी फ़ौजी गाड़ियों को बड़े मोबाइल बमों में बदलकर इस्तेमाल कर रही है। उन्होंने कहा कि इन बारूद से लदे ‘रोबोट्स’ को लक्ष्य पर पहुंचने के कुछ ही मिनटों बाद जोरदार धमाके से उड़ा दिया जाता है। इस धमाके के बाद आसमान खून की तरह लाल हो जाता है और मलबा 500 वर्ग मीटर तक फैल जाता है। अगर धमाके के पास लोग हों तो उनका कोई निशान नहीं मिलता। ग़ाज़ा में हमास के अधीन स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि, 13 अगस्त से अब तक इज़रायली हमलों में 11 हज़ार लोग मारे जा चुके हैं और 6 हज़ार से अधिक घायल हो चुके हैं।
हमास के धमाके में 4 इज़राइली सैनिक मारे गए, 3 घायल
दक्षिणी ग़ाज़ा में सड़क किनारे लगे बम धमाके में 4 इज़रायली सैनिक मारे गए और 3 घायल हो गए। अनादोलु एजेंसी ने रिपोर्ट किया कि ज़ायोनी सेना ने पुष्टि की है कि इस धमाके में 4 सैनिक मारे गए। टाइम्स ऑफ़ इज़रायल की रिपोर्ट के अनुसार, मारे गए सैनिकों में 26 वर्षीय मेजर ओमरी चाई, 23 वर्षीय लेफ़्टिनेंट इरान शीलम, 22 वर्षीय लेफ़्टिनेंट एतान और 20 वर्षीय लेफ़्टिनेंट रोन एरियली शामिल हैं।
इज़रायल और अमेरिका का ‘बंदर बाँट प्लान’
इज़रायल के वित्त मंत्री बेज़ालेल स्मोट्रिच ने ग़ाज़ा को “असाधारण रूप से लाभदायक रियल एस्टेट” क़रार देते हुए दावा किया है कि, वे अमेरिका के साथ इस युद्ध-ग्रस्त क्षेत्र के बंटवारे पर बातचीत कर रहे हैं। सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, तेल अवीव में अर्बन रिन्यूअल समिट से संबोधित करते हुए इस कट्टर दक्षिणपंथी मंत्री ने कहा: “इज़रायल और अमेरिका ने ग़ाज़ा युद्ध पर बहुत पैसा ख़र्च किया है, इसलिए हमें ग़ाज़ा की ज़मीन की बिक्री से होने वाली आय में हिस्सा बाँटना होगा।”
स्मोट्रिच ने आगे कहा कि उन्होंने इस मामले पर अमेरिका से बातचीत शुरू कर दी है और इस पर एक “बिज़नेस प्लान” पहले से ही राष्ट्रपति ट्रम्प की मेज़ पर मौजूद है।
(स्रोत: इंक़लाब उर्दू न्यूज़ )

