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इस्राईली सैनिकों ने फिर की आत्महत्या

इस्राईली सैनिकों ने फिर की आत्महत्या इस्राईली सैनिकों के आत्महत्या और जॉर्डन घाटी में उनमें से दो की हत्या के कुछ ही हफ्तों बाद हिब्रू सूत्रों ने फिर से अतिग्रहित दक्षिण इस्राईली सैनिकों के आत्मदाह की सूचना दी।

इस्राईली सैनिकों पर टिप्पणी करते हुए हिब्रू मीडिया ने आज सुबह बताया कि मिस्र के साथ सीमा पर नशीली दवाओं के तस्करों के साथ गोलीबारी में दो शासन सीमा रक्षक घायल हो गए। क्षण भर बाद एक इस्राईली सेना के प्रवक्ता ने एक बयान में रिपोर्ट की पुष्टि करते हुए कहा कि सेना बलों की गलती से आग लगने से दो सीमा रक्षक घायल हो गए थे।

यह रिपोर्ट उस वक़्त प्रकाशित हुई जबकि जनवरी के अंत में इस्राईली शासन के 12वें चैनल ने रिपोर्ट किया था कि इस्राईली सैनिकों के दो कमांडो सेना में से एक की गलती से गोली मारने के परिणामस्वरूप मौत हो गई थी।  एक कदम जिसे संयुक्त राष्ट्र में तेल अवीव के राजदूत गिलाद अर्दन सहित कुछ इस्राईली अधिकारियों ने तबाही कहा।

घटना के कुछ दिनों बाद ही हिब्रू भाषा के सूत्रों ने बताया कि सैनिकों को प्रशिक्षण देते समय मिशौर अदोमिम क्षेत्र के पास एक इस्राईली सैन्य अड्डे पर एक बम विस्फोट हुआ था और दो सैनिक घायल हो गए थे। इस्राईली सेना के रेडियो गोल्गेट्ज़ ने दावा किया कि प्रशिक्षण के दौरान एक ग्रेनेड फट गया और दो सैनिक घायल हो गए थे।

इस्राईली अख़बार हयूम की रिपोर्ट के मुताबिक़, वर्ष 2021 में 31 इस्राईली सैनिकों की मौत हुई है, जिसमें से 11 ने ख़ुदकुशी की है। इतनी बड़ी संख्या में इस्राईली सैनिकों के हताहत होने के कई कारण हो सकते हैं। लेकिन इसका सबसे महत्वपूर्ण कारण, इस्राईली शासन की नीतियां हैं। इस्राईली शासन एक सैन्य शासन है। इस्राईल हमेशा ही फ़िलिस्तीनियों और फ़िलिस्तीन के पड़ोसी देशों में नागरिकों और सैनिकों को निशाना बनाता रहता है और उन पर बमबारी करता रहता है, प्रतिरोधी मोर्चे के जवाबी हमलों में भी इस्राईली सैनिकों की मौत होती रहती है। 2021 में ग़ज्ज़ा पट्टी और इस्राईल के बीच हुए 12 दिवसीय युद्ध में 12 इस्राईली सैनिक हताहत और 330 अन्य घायल हुए थे।

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