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ग़ाज़ा शहर में गिदेओन-2 ऑपरेशन से पहले इज़रायली सैनिक की मौत

ग़ाज़ा शहर में गिदेओन-2 ऑपरेशन से पहले इज़रायली सैनिक की मौत

ग़ाज़ा शहर में जारी गिदेओन-2 ऑपरेशन में पहली बार इज़रायली सेना का सैनिक मारा गया है। यह घटना दक्षिणी ग़ाज़ा में उस समय हुई जब फ़िलिस्तीनी लड़ाकों ने एक टैंक पर आरपीजी हमले को अंजाम दिया। गिवाती ब्रिगेड के एक मेजर, जो ऑपरेशन के दूसरे चरण में सक्रिय रूप से हिस्सा ले रहे थे, इस हमले में गंभीर रूप से घायल हो गए और बाद में उनकी मृत्यु हो गई। यह हमला विशेष रूप से उस टैंक पर किया गया जिसमें वह मौजूद था।

इज़रायली सेना के प्रवक्ता ने पुष्टि की है कि ग़ाज़ा शहर पर क़ब्ज़ा करने के उद्देश्य से शुरू किए गए गिदेओन-2 ऑपरेशन के दूसरे चरण में यह पहला सैनिक है जो शहीद हुआ। इस ऑपरेशन का मुख्य उद्देश्य ग़ाज़ा शहर में हमास और अन्य फ़िलिस्तीनी संगठनों की घेराबंदी करना और उनके ऑपरेशनल ढाँचे व भूमिगत ठिकानों को नष्ट करना है। पिछले 24 घंटों में ज़ायोनी सेना की 36वीं डिविज़न के और सैनिक शहर में दाख़िल हुए हैं ताकि अभियान को तेज़ किया जा सके और फ़िलिस्तीनी संगठनों के विरोधी ढाँचों को समाप्त किया जा सके।

यह ज़मीनी अभियान केवल प्रत्यक्ष हमलों तक सीमित नहीं है, बल्कि इसमें बमबारी, इंजीनियरिंग कार्य और सैनिकों के सुरक्षित प्रवेश के लिए तैयारी शामिल है। कुछ दिन पहले रफ़ाह शहर के अल-जनीना मोहल्ले में भी एक इज़रायली सैन्य वाहन पर बम विस्फोट हुआ था, जिसमें चार सैनिक मारे गए थे।

ज़ायोनी शासन ने बीते हफ़्ते से ग़ाज़ा शहर में अपने ज़मीनी अभियान का दायरा बढ़ाया है और नागरिकों को शहर खाली करने के लिए मजबूर किया जा रहा है। इज़रायली चैनल 12 ने रिपोर्ट दी कि अभियान में अब तक कई सैनिक मारे जा चुके हैं और ग़ाज़ा शहर में सेना की गतिविधियाँ लगातार बढ़ रही हैं। इस ऑपरेशन के चलते क्षेत्र में तनाव और हिंसा की स्थिति लगातार बढ़ रही है। कुल मिलाकर, गिदेओन-2 ऑपरेशन, ग़ाज़ा में इज़रायल और फ़िलिस्तीनी लड़ाकों के बीच जारी संघर्ष को और तीव्र कर रहा है, जिसमें दोनों पक्ष भारी नुकसान झेल रहे हैं।

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