इज़रायली लड़ाकू विमानों की सीरिया के क़ुनैतरा सीमा के पास घुसपैठ
जामे जम ऑनलाइन की रिपोर्ट के मुताबिक, दक्षिण सीरिया के लोगों की चिंता और सरकारी चुप्पी के बीच, इज़रायली गश्त ने सीरिया पर उसके बढ़ते सैन्य और सुरक्षा हमलों की पृष्ठभूमि में क़ुनैतरा सीमा के पास घुसपैठ की। सीरियन ऑब्ज़र्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स ने बताया कि बीते दिन इज़रायली हवाई गतिविधियों में तेज़ी देखी गई, जो मुख्यतः क़ुनैतरा और दरा प्रांतों के आसमान में केंद्रित थीं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, इज़रायली टोही विमान क़ुनैतरा प्रांत के ऊपर उड़ान भरते देखे गए। इसी दौरान, दरा के पश्चिमी ग्रामीण इलाके के अल-जबीलिए जंगल और नवा शहर के पश्चिमी क्षेत्र में फ्लेयर बमों की भारी बमबारी भी की गई। मानवाधिकार संस्था ने आगाह किया कि, इज़रायल द्वारा बार-बार दक्षिण सीरिया में तनाव बढ़ाना, सीमा पर हालात के और बिगड़ने की ओर इशारा करता है। वहीं, सीरियाई सरकार इन क्षेत्रों को क्षेत्रीय संघर्ष का मैदान बनने से रोकने में असमर्थ नज़र आ रही है।
29 जुलाई को, इज़रायली सेना के चार सैन्य वाहन, कब्ज़े वाले गोलान क्षेत्र से घुसकर क़ुनैतरा के उत्तरी ग्रामीण इलाके में स्थित अल-हमीदिया गांव में बने एक नए मेडिकल सेंटर तक पहुँचे। इज़रायली सेना अब सीरियाई सेना की भंग हो चुकी ब्रिगेड 78 के मुख्यालय (रास अल-नबा क्षेत्र, दमिश्क के पास क़तना शहर के नज़दीक) में एक नया सैन्य अड्डा बना रही है, जहाँ वह स्थायी रूप से तैनात रहने की योजना बना रही है।
सीरियाई ज़मीन पर इज़रायली हमले उस समय जारी हैं, जब अज़रबैजान की राजधानी बाकू में दोनों पक्षों के बीच दक्षिण सीरिया में इज़रायली सैन्य उपस्थिति को लेकर समझौते की बातचीत चल रही है। स्थानीय सूत्रों ने “अरम न्यूज़” को बताया कि, इज़रायली सेना के कई वरिष्ठ अधिकारी ब्रिगेड 78 के मुख्यालय पहुँचे और नई छावनी की तैयारी के लिए क्षेत्र का निरीक्षण किया।
सूत्रों ने चेतावनी दी कि रास अल-नबा में इज़रायली सैन्य उपस्थिति का मज़बूत होना, दमिश्क से सिर्फ 10 किमी दूर स्थित क़तना शहर पर क़ब्ज़े की राह आसान कर सकता है। क़तना, दमिश्क के पश्चिमी ग्रामीण इलाक़े का एक महत्वपूर्ण शहर है, जहाँ द्रूज़, अलवी, ईसाई और मुसलमानों की मिश्रित आबादी रहती है। यह शहर राजधानी से सटे अन्य गांवों और शहरों तक जाने के लिए एक अहम गलियारा है, जिनमें अधिकतर आबादी द्रूज़ समुदाय की है।

