इस्राइली बिजली नेटवर्क बना हैकिंग का निशाना
खुद को मूसा स्टाफ के रूप में पहचानने वाले एक हैकर समूह ने दावा किया है कि उसने इस्राइल के बिजली नेटवर्क को हैक कर लिया है। बता दें कि इस समूह ने इस्राइली शासन को अंधेरे में डुबोने की कसम खाई है।
हैकर समूह ने कहा कि उसने इस्राइल इलेक्ट्रिक कॉरपोरेशन अतिगृहित क्षेत्रों में विद्युत शक्ति का सबसे बड़ा आपूर्तिकर्ता साथ ही डोरैड एनर्जी लिमिटेड, जो पूरे क्षेत्रों में ग्राहकों को सेवा प्रदान करता है और तकनीकी समाधान प्रदाता रियली टेक्नोलॉजीज लिमिटेड को लक्षित किया है। समूह ने एक संदेश में कहा कि यह तो बस शुरुआत है अब से इस्राइल को अपूरणीय क्षति होगी जिसका कभी भरपाया करना मुमकिन नहीं होगा।
इस समूह ने आगे जोर देते हुए कहा कि हम तुम्हें दंड देंगे। लक्ष्य स्पष्ट, निश्चित और सटीक है। यह तुम्हारे पावर ग्रिड तक हमारी पहुंच का एक छोटा सा हिस्सा है। तुम जल्द ही अंधेरे में होंगे। इस साल की शुरुआत में हैकर समूह ने अतिगृहित फिलिस्तीनी क्षेत्रों में इस्राइल के क्लोज-सर्किट टेलीविजन कैमरों और इस्राइल की रक्षा प्रौद्योगिकी कंपनी राफेल एडवांस्ड डिफेंस सिस्टम्स पर हमला किया था।
इसके बाद इस समूह ने साइबर हमले के बारे में अपनी वेबसाइट पर एक संदेश पोस्ट किया था जिसका शीर्षक था कि हम आपकी आंखों से देखते हैं। पिछले नवंबर में मूसा स्टाफ ने कहा था कि इसने अतिगृहित शासन के खिलाफ बड़े पैमाने पर साइबर हमले को सफलतापूर्वक अंजाम दिया। प्रमुख कंपनियों के सर्वरों को तोड़ दिया और कहा कि यह अब व्यापक डेटा के कब्जे में है जिसे लीक किया जा सकता है।
मूसा स्टाफ की वेबसाइट के अनुसार समूह ने अब तक कई सर्वरों और सैकड़ों वेबसाइटों को हैक किया है और दर्जनों टेराबाइट डेटा संकलित किया है। दिसंबर 2020 में इस्राइल के हारेट्ज़ अखबार ने दावा किया कि कुलीन हैकर्स का एक समूह जिसे उसने ईरानियों के रूप में पेश किया था वह इस्राइल के पूर्व प्रधान मंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के कार्यालय और शासन की प्रमुख एयरोस्पेस कंपनी तक हैकिंग में आगे बढ़ा था।
हारेट्ज़ दैनिक ने कहा कि कुलीन समूह जो उस वर्ष नवंबर से पहले नहीं उभरा था उसने कम से कम 80 कंपनियों सहित कई इस्राइली ठिकानों पर हमला किया था।