सीरिया में निर्दोष नागरिकों पर इज़रायली हमले, अंतरराष्ट्रीय समुदाय की ख़ामोशी का नतीजा है: तेहरान
ईरान के विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को सीरिया में इज़रयल द्वारा किए गए हालिया घातक हमलों की कड़े शब्दों में निंदा की है। मंत्रालय के प्रवक्ता इस्माइल बघाई ने एक आधिकारिक बयान में कहा कि इज़राइल का यह कदम न केवल सीरिया की क्षेत्रीय अखंडता और राष्ट्रीय संप्रभुता का उल्लंघन है, बल्कि यह अंतरराष्ट्रीय कानूनों और संयुक्त राष्ट्र चार्टर के खिलाफ एक आक्रमणकारी कार्रवाई है।
बता दें कि, इज़रायली सेना ने गुरुवार को दमिश्क के पश्चिम में अल-मज़्ज़ा क्षेत्र में तीन आवासीय इमारतों को निशाना बनाया। इसी तरह, मध्य सीरिया के होम्स प्रांत में सीरिया और लेबनान की सीमा के पास स्थित तीन अन्य इमारतों पर भी हमले किए गए। इन हमलों के कारण कम से कम 15 आम नागरिकों की जान चली गई, जबकि 16 अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। स्थानीय अधिकारियों के अनुसार, इनमें कई महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं।
अंतरराष्ट्रीय समुदाय की ख़ामोशी, इज़रायल को और अधिक दुस्साहसी बना रही है
प्रवक्ता बघाई ने अपने बयान में कहा कि इज़रायल का यह कदम मानवता और अंतरराष्ट्रीय समुदाय के लिए गंभीर चिंता का विषय है। उन्होंने यह भी कहा कि इज़रायल लंबे समय से मध्य पूर्व में अशांति और अस्थिरता फैलाने के लिए ऐसे हमलों को अंजाम दे रहा है। ईरानी प्रवक्ता ने कहा कि सीरिया के निर्दोष नागरिकों पर इस तरह के हमले अंतरराष्ट्रीय समुदाय के मौन का नतीजा हैं, और यह रवैया इज़रायल को और अधिक दुस्साहसी बना रहा है।
संयुक्त राष्ट्र से कार्रवाई की अपील
ईरानी विदेश मंत्रालय ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद से इस मामले में तत्काल हस्तक्षेप करने की अपील की है। बघाई ने कहा, “संयुक्त राष्ट्र को इज़रायल के आक्रामक रवैये को रोकने के लिए कड़े कदम उठाने चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि इस क्षेत्र में शांति और स्थिरता बनी रहे।”
विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह के हमले न केवल सीरिया के लिए, बल्कि पूरे मध्य पूर्व की स्थिरता के लिए खतरा हैं। ईरान ने एक बार फिर सीरिया की वैध सरकार और वहां के नागरिकों के प्रति अपना समर्थन दोहराया और अंतरराष्ट्रीय समुदाय से अपील की कि वह इज़रायल की आक्रामकता पर ध्यान दे और इसे रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाए।
ईरानी जनता में गुस्सा
ईरान में इन हमलों को लेकर जनता में भी आक्रोश देखा जा रहा है। शुक्रवार को तेहरान और अन्य शहरों में विरोध प्रदर्शन आयोजित किए गए, जहां प्रदर्शनकारियों ने इज़रायल के खिलाफ नारे लगाए और संयुक्त राष्ट्र से कार्रवाई की मांग की। इस मामले पर क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आगे की प्रतिक्रियाओं पर नजर रहेगी। ईरान ने साफ कर दिया है कि वह ऐसे हमलों के खिलाफ सीरिया के साथ खड़ा रहेगा।