इज़रायल तुरंत अपने सैनिकों को लेबनान से बाहर निकाले: रूस
रूस के उप रक्षामंत्री अलेक्जेंडर फोमिन ने आज शुक्रवार को मॉस्को में लेबनान के राजदूत शौकी फारस बोन्सार से मुलाकात की। इस महत्वपूर्ण बैठक में लेबनान और इज़रायल के बीच हाल के दिनों में बढ़ते संघर्ष और हिंसा पर चर्चा की गई। दोनों देशों के बीच की बातचीत में रूस ने स्पष्ट रूप से इज़रायली सेनाओं की तुरंत वापसी की मांग की, ताकि क्षेत्र में शांति स्थापित हो सके और अस्थिरता को समाप्त किया जा सके।
रूस के रक्षा मंत्रालय ने बैठक के बाद जारी किए गए बयान में कहा कि दोनों पक्षों ने वर्तमान तनाव को खत्म करने और संघर्ष के राजनीतिक एवं कूटनीतिक समाधान खोजने की आवश्यकता पर सहमति व्यक्त की। रूस का मानना है कि इस संघर्ष का सैन्य समाधान संभव नहीं है, और इस तरह की गतिविधियां केवल पश्चिम एशिया में और अधिक अस्थिरता पैदा करती हैं।
रूस ने इससे पहले भी बार-बार इस बात पर जोर दिया है कि इज़रायल की आक्रामक कार्रवाई न केवल लेबनान की संप्रभुता का उल्लंघन है, बल्कि इससे पूरे क्षेत्र में शांति भंग होने का खतरा है। रूसी विदेश मंत्रालय ने भी अपने बयान में इज़रायल से कहा कि, वह लेबनान के खिलाफ हिंसा और हमले तुरंत बंद करे। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि इज़रायल की सैन्य उपस्थिति लेबनान में स्थायी शांति स्थापना में एक बड़ी बाधा है, और इसके बजाय कूटनीतिक बातचीत को प्राथमिकता दी जानी चाहिए।
रूस के अनुसार, मध्य पूर्व की मौजूदा स्थिति अत्यधिक नाजुक है, और किसी भी तरह की सैन्य कार्रवाई स्थिति को और अधिक खराब कर सकती है। रूस का कहना है कि इज़रायली सेना की लेबनान से तुरंत वापसी ही संघर्ष को हल करने के लिए सही दिशा में पहला कदम हो सकता है, जिससे शांति बहाल करने के उपायों को मजबूत किया जा सके।