इज़रायल 42 दिनों के लिए ग़ाज़ा में युद्ध-विराम बढ़ाने की योजना बना रहा
अमेरिकी समाचार वेबसाइट अक्सियोस ने इज़रायली शासन के एक वरिष्ठ अधिकारी के हवाले से बताया है कि इज़रायल और हमास के बीच युद्ध-विराम को 42 दिनों के लिए बढ़ाने की कोशिशें की जा रही हैं। इस प्रयास के तहत एक इज़रायली प्रतिनिधिमंडल आज (मंगलवार) दोहा या काहिरा जाने की संभावना है, जहां वह मध्यस्थों के साथ वार्ता करेगा और आगे के कदमों पर चर्चा की जाएगी।
युद्ध-विराम बढ़ाने का उद्देश्य और संभावित शर्तें
अक्सियोस की रिपोर्ट के अनुसार, इस प्रस्ताव का मुख्य उद्देश्य अधिक से अधिक इज़रायली और फ़िलिस्तीनी क़ैदियों की अदला-बदली करना है। इस समझौते के तहत उम्मीद की जा रही है कि युद्ध-विराम की अवधि में विस्तार के बदले हमास के क़ब्ज़े में मौजूद इज़रायली बंधकों को रिहा किया जाएगा, जबकि इज़रायली प्रशासन फ़िलिस्तीनी क़ैदियों को जेल से छोड़ने पर सहमत हो सकता है।
वॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट के अनुसार, युद्ध-विराम के पहले चरण के विस्तार के लिए अभी तक कोई ठोस समझौता नहीं हुआ है, लेकिन मध्यस्थ इस दिशा में लगातार कोशिश कर रहे हैं। मध्यस्थों ने बताया कि वार्ता ज़्यादा से ज़्यादा इज़रायली क़ैदियों की रिहाई के बदले अधिक फ़िलिस्तीनी क़ैदियों को छोड़ने पर केंद्रित है।
हालांकि, रिपोर्ट के अनुसार, अब तक किसी पक्के समझौते पर सहमति नहीं बन पाई है, जिससे इस बात की चिंता बढ़ गई है कि यदि वार्ता विफल होती है, तो ग़ाज़ा में संघर्ष दोबारा शुरू हो सकता है।
इज़रायल की शर्तें और ग़ाज़ा में सैन्य मौजूदगी पर ज़ोर
वॉल स्ट्रीट जर्नल ने यह भी खुलासा किया कि इज़रायली अधिकारियों ने अरब मध्यस्थों को स्पष्ट रूप से बताया है कि तेल अवीव, ग़ाज़ा में अपनी असीमित सुरक्षा भूमिका बनाए रखना चाहता है। इज़रायल का दावा है कि वह ग़ाज़ा में सैन्य रूप से सक्रिय रहेगा और सुरक्षा व्यवस्था अपने नियंत्रण में रखेगा।
इसके अलावा, इज़रायली प्रशासन ने यह भी स्पष्ट कर दिया है कि वह “फिलाडेल्फ़िया कॉरिडोर” (ग़ाज़ा और मिस्र के बीच की सीमा) से पीछे नहीं हटेगा। यह कॉरिडोर ग़ाज़ा की मुख्य सीमाओं में से एक है और इज़रायल इसे अपने सैन्य नियंत्रण में बनाए रखना चाहता है, ताकि हमास और अन्य प्रतिरोधी गुटों की गतिविधियों को रोका जा सके।
युद्ध-विराम जारी रहेगा लेकिन भविष्य अनिश्चित
जेरूसलम पोस्ट ने इस मामले पर रिपोर्ट करते हुए बताया कि ग़ाज़ा में युद्ध-विराम जारी रहेगा और फिलहाल इसके टूटने की संभावना नहीं है, लेकिन भविष्य के कदमों पर कोई ठोस सहमति नहीं बनी है। इस स्थिति को देखते हुए मध्यस्थ देश, विशेष रूप से क़तर, मिस्र और अमेरिका, युद्ध-विराम को अधिक समय तक बनाए रखने की कोशिश कर रहे हैं। हालांकि, इज़रायल की ओर से ग़ाज़ा में सुरक्षा नियंत्रण बनाए रखने और फिलाडेल्फ़िया कॉरिडोर से पीछे न हटने की जिद से यह वार्ता कठिन हो सकती है।