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इस्राईल विनाश के डर से उठा सकता है आत्मघाती कदम

इस्राईल विनाश के डर से उठा सकता है आत्मघाती कदम  ईरान की इस्लामी क्रांति के बाद से ही तल अवीव और तेहरान के संबंध बेहद तनावपूर्ण रहे हैं।

इस्राईल की ओर से जारी बयानबाज़ी के जवाब में अब ईरान की थल सेना के प्रमुख ने इस्राईल को लेकर बेहद कड़ा बयान दिया है।

अल मदीना न्यूज़ की रिपोर्ट के अनुसार ईरान की थल सेना के प्रमुख जनरल अब्दुर रहीम मूसवी ने इस्राईल का उल्लेख करते हुए कहा है कि संभव है इस्राईल को निकट भविष्य में अपने विनाश का एहसास हो गया हो और वह अपने समूल विनाश के डर से कोई आत्मघाती कदम उठाने का इरादा रखता हो।

ईरानी सेना के प्रमुख ने कहा कि इस्राईल की बहुत सी कमजोरियां हैं और पिछले कुछ वर्षों में उसे निरंतर हार का सामना करना पड़ा है।

याद रहे कि ईरानी सेना के कमांडर इन चीफ का यह बयान इस्राईली सेना के चीफ ऑफ स्टाफ अवीव कोहावी के उस बयान के बाद सामने आया है जिसमें इस्राईली सैन्य अधिकारी ने कहा था कि अगर ईरान पर हमला करने का फैसला होता है तो इस्राईल सेना के पास ईरान के खिलाफ कार्यवाही करने के लिए कई अलग-अलग योजनाएं हैं।

याद रहे कि इस से पहले भी इस्राईल ईरान के खिलाफ अनर्गल बयानबाज़ी करता रहा है।

इस्राईल के पूर्व चीफ ऑफ स्टाफ आइज़नकोट ने ईरान के खिलाफ बयानबाजी करते हुए कहा था कि ईरान हमेशा से इस्राईल के लिए मुख्य खतरा है चाहे वह परमाणु हथियार बनाए या ना बनाए। इस्राईल के बेहद गंभीर खतरा है।

आइज़नकोट ने इस्राईल के लिए ईरान को खतरा बताते हुए कहा था कि ईरान परमाणु हथियार ना रखने की अवस्था में भी इस्राईल के लिए सबसे गंभीर खतरा है।

वहीँ पूर्व प्रधानमंत्री नेतन्याहू भी कहते रहे हैं कि वह अमेरिका के साथ इस्राईल के संबंधों की बलि चढ़ाने के लिए तैयार है लेकिन ईरान को परमाणु हथियार हासिल नहीं करने देंगे।

नेतन्याहू ने कसम खाते हुए कहा था कि चाहे अमेरिका और इस्राईल के संबंध प्रभावित हो जाएं लेकिन हम ईरान को परमाणु शक्ति नहीं बनने देंगे। हमारे अस्तित्व के लिए सबसे बड़ा खतरा ईरान है जो परमाणु हथियार हासिल करने के प्रयासों में लगा हुआ है।

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