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इज़रायल, युद्ध-विराम समझौता ख़त्म करने के लिए झूठे बहाने बना रहा: हमास

इज़रायल, युद्ध-विराम समझौता ख़त्म करने के लिए झूठे बहाने बना रहा: हमास

हमास के राजनीतिक ब्यूरो के एक सदस्य ने ज़ोर देकर कहा है कि इज़रायल, युद्ध-विराम समझौते का उल्लंघन कर रहा है और अपनी जारी अपराधों को सही ठहराने के लिए झूठे बहाने बना रहा है। इज़्ज़त अल-रिशक़ ने साफ कहा है कि युद्ध-विराम का उल्लंघन करने वाला असली पक्ष इज़रायल है, जो बार-बार अंतरराष्ट्रीय समझौतों की धज्जियाँ उड़ा रहा है। उन्होंने कहा कि इज़रायल अपनी नाकामियों और युद्ध अपराधों से ध्यान हटाने के लिए ग़ाज़ा के ख़िलाफ़ झूठे आरोप गढ़ रहा है, जबकि हमास ने युद्ध-विराम समझौते का पूर्ण रूप से पालन किया है।

रिशक़ ने बताया कि, बेंजामिन नेतन्याहू अपने चरमपंथी गठबंधन के दबाव में अपने वादों से पीछे हट रहे हैं और ज़िम्मेदारियों से भाग रहे हैं। उनका मक़सद सिर्फ़ यह है कि, मध्यस्थों और अंतरराष्ट्रीय गारंटरों के सामने जवाबदेही से बच सकें। यह वही नेतन्याहू हैं जिनकी नीतियों ने ग़ाज़ा को खंडहर बना दिया और हज़ारों निर्दोष नागरिकों को मौत के मुंह में धकेल दिया।

इज़रायली मंत्री इतमार बिन गविर और वित्त मंत्री बेज़ालेल स्मोट्रिच ने खुलेआम ग़ाज़ा पर फिर से युद्ध शुरू करने की मांग की है। यानी इज़रायली नेतृत्व की असली सोच अब भी “विनाश” है, “शांति” नहीं। इसी बीच, इज़रायली लड़ाकू विमानों ने दक्षिणी ग़ाज़ा के रफ़ाह इलाक़े पर एक और हवाई हमला किया, जिसमें कई निर्दोष लोग हताहत हुए। इसके बावजूद दुनिया चुप है और संयुक्त राष्ट्र सिर्फ़ बयान जारी करने तक सीमित है।

इज़रायल के भीतर भी हालात बिगड़ते जा रहे हैं — दक्षिणी ग़ाज़ा में इज़रायली सेना का एक इंजीनियरिंग वाहन विस्फोट में तबाह हुआ, जिसमें चार सैनिक घायल और दो की मौत की खबर है। लेकिन इस नुकसान को छिपाने के लिए इज़रायली मीडिया झूठी कहानियाँ फैला रहा है।

अब इज़रायली कैबिनेट ने इस युद्ध का नाम “रस्ताख़ीज़” यानी “पुनरुत्थान” रखा है — यह वही मानसिकता है जो खून से सत्ता की ताक़त मापती है। असलियत यह है कि यह “पुनरुत्थान” नहीं, बल्कि मानवता की क़ब्रगाह है। ग़ाज़ा आज भी राख में बदल रहा है, और इज़रायली शासन अपने अपराधों को “आत्मरक्षा” कहकर छिपाने की कोशिश कर रहा है। लेकिन सच यह है — इज़रायल न सिर्फ़ युद्ध का अपराधी है, बल्कि मानवता के खिलाफ़ भी एक स्थायी ख़तरा बन चुका है।

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