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इज़रायल, केवल अमेरिका का एक मोहरा बनकर रह गया है: ईरानी राष्ट्रपति

इज़रायल, केवल अमेरिका का एक मोहरा बनकर रह गया है: ईरानी राष्ट्रपति

ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेज़िशकियान ने एक तीखा बयान जारी करते हुए उन हमलों की कड़ी निंदा की है जो अमेरिका ने कल रात ईरान की परमाणु सुविधाओं पर किए। उन्होंने इस हमले को अंतरराष्ट्रीय कानून और संधियों, विशेष रूप से परमाणु अप्रसार संधि (NPT), का खुला उल्लंघन करार दिया और इसे ईरान की संप्रभुता के खिलाफ एक सीधा हमला बताया।

राष्ट्रपति पेज़िशकियान ने कहा कि इस्लामी गणराज्य के खिलाफ जो शत्रुतापूर्ण कार्रवाइयां की जा रही हैं, उनके पीछे असली चेहरा अमेरिका का है, जबकि इज़रायल महज़ एक मोहरा बनकर रह गया है। उन्होंने यह स्पष्ट किया कि शुरुआत में अमेरिका ने इस हमले में अपनी भूमिका को छुपाने की कोशिश की, ताकि वैश्विक स्तर पर कोई जवाबदेही उस पर न आए। लेकिन जब ईरानी सशस्त्र बलों ने तत्काल और निर्णायक प्रतिरोध दिखाया और इज़रायली सेना की स्पष्ट विफलता दुनिया के सामने उजागर हुई, तो अमेरिका को अंततः खुलकर मैदान में उतरना पड़ा।

पेज़िशकियान ने इस घटनाक्रम को वैश्विक सत्ता-संतुलन के लिए खतरनाक बताते हुए अंतरराष्ट्रीय समुदाय से अपील की कि वह इस “जंगल के कानून” की निंदा करे और ईरान के वैध अधिकारों का समर्थन करे। उन्होंने यह भी आश्वस्त किया कि देश की परमाणु गतिविधियां पूरी तरह शांतिपूर्ण और अंतरराष्ट्रीय निगरानी में हैं, और इन हमलों के बावजूद ईरान अपने अधिकारों और आत्मनिर्भरता की दिशा में आगे बढ़ता रहेगा।

ईरानी राष्ट्रपति का यह बयान ऐसे समय में आया है जब पश्चिम एशिया में तनाव अपने चरम पर है, और अमेरिका-इज़रायल गठबंधन की गतिविधियां इस क्षेत्र में एक बड़े संघर्ष का संकेत दे रही हैं।

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