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याहया सिनवार को शहीद करने में इज़रायल को संयोग से मिली सफलता

याहया सिनवार को शहीद करने में इज़रायल को संयोग से मिली सफलता

हमास प्रमुख याहया सिनवार, जो एक योद्धा की तरह जिए और एक योद्धा की तरह इज़रायली सेना से लड़ते हुए शहीद हो गए, उनकी मृत्यु किसी विशेष इज़रायली सैन्य ऑपरेशन में नहीं हुई, बल्कि यह इज़रायली सेना को संयोग से मिली सफलता थी। 7 अक्टूबर 2023 के बाद से लेकर अपनी मौत तक याहया सिनवार ग़ाज़ा में ही रहे, लेकिन इज़रायल और अमेरिका की प्रसिद्ध खुफिया एजेंसियां एक बार भी यह पता नहीं लगा सकीं कि वह कहां हैं।

न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक, इज़रायली सेना ने स्वीकार किया है कि सिनवार एक सामान्य कार्रवाई के दौरान मारे गए, उनके वहां मौजूद होने की कोई पूर्व सूचना नहीं थी। अल जज़ीरा के अनुसार, “बुधवार को 2 और 3 बजे के आस-पास इज़रायली सेना रफ़ाह के तेल अल-सुल्तान इलाके में सर्च ऑपरेशन कर रही थी। उन्हें इमारतों के बीच कुछ लड़ाके सक्रिय दिखाई दिए। इनमें से एक की पहचान बाद में याहया सिनवार के रूप में हुई।” जब ये लड़ाके सेना को धोखा देकर भागने और एक इमारत में छिपने में कामयाब हो गए, तो सेना ने उन्हें ढूंढने के लिए ड्रोन का सहारा लिया।

न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक, इस दौरान सिनवार, जिनकी पहचान तब तक नहीं हुई थी और जिनका चेहरा नकाब से ढका हुआ था, अपने दो साथियों से अलग हो गए। इज़रायली सैनिकों ने पहले उस इमारत पर टैंक से गोलाबारी की, जहां दो बंदूकधारी छिपे थे और फिर उस इमारत को निशाना बनाया, जहां सिनवार ने शरण ली थी। इसके बाद नकाबपोश लड़ाके की मौत की पुष्टि के लिए ड्रोन भेजा गया और एक सैनिक भी इमारत में दाखिल हुआ।

सीनवार, जो बमबारी से घायल हो गए थे और उनका एक हाथ कट चुका था, एक कुर्सी पर बैठे थे। एक हाथ कट जाने के बावजूद, उन्होंने उस ड्रोन को निशाना बनाने की कोशिश की, जिसे उन्हें ढूंढने के लिए भेजा गया था। ड्रोन से उनकी उपस्थिति की पुष्टि होते ही इमारत पर हमला कर उन्हें शहीद कर दिया गया। बाद में सैनिकों को लगा कि उन्होंने याहया सिनवार को मार गिराया है। डीएनए परीक्षण के बाद गुरुवार को उनकी मौत की घोषणा की गई।

याहया सिनवार का शव इज़रायली सेना की हिरासत में

अमेरिकी अखबा1र ‘न्यूयॉर्क टाइम्स’ के अनुसार, सिनवार का शव इज़रायली सेना की हिरासत में है। अभी तक यह स्पष्ट नहीं है कि इसे हमास को सौंपा जाएगा या नहीं। हालांकि, न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक, इज़रायल यह बिल्कुल नहीं चाहेगा कि सिनवार की कब्र उनकी स्मृति की प्रतीक बन जाए।

इसी बीच शनिवार को इज़रायली सेना ने दक्षिणी गाजा में याहया सिनवार की शहादत के बाद की तस्वीर के साथ पर्चे गिराए। पर्चों में यह संदेश दिया गया है कि “अब हमास, गाजा पर शासन नहीं करेगा।” साथ ही पर्चों में कहा गया है कि “जो भी हथियार डाल देगा और बंधकों को सौंप देगा, उसे छोड़ दिया जाएगा और उसे शांति से जीने की अनुमति दी जाएगी।”

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