इस्राईल को ईरान का परमाणु कार्यक्रम बर्दाश्त नहीं, अन्य देशों को लामबंद करने में जुटा इस्राईल के प्रधानमंत्री ने दावोस आर्थिक शिखर सम्मेलन में एक वीडियो भाषण में अपने पुराने दावों को दोहराया और कहा कि ईरान पर लगे प्रतिबंधों को अरबों डॉलर देकर हटाना सबसे घटिया काम है, क्योंकि प्रतिबंधों को कमज़ोर करना और अरबों डॉलर ईरान के हवाले करने से ईरान को मज़बूती मिलेगी और आतंकवाद को बढ़ावा मिलेगा।
इस्राईल के प्रधानमंत्री नफ्ताली बैनेटने निराधार आरोपों को जारी रखते हुए ईरान को मध्य पूर्व में आतंकी गतिविधियों का कारण बताते हुए कहा कि परमाणु ऊर्जा कार्यक्रम के पूरा होने से ईरान को क्षेत्र में मज़बूती मिलेगी और ईरान का रुतबा बढ़ेगा जिसे रोक पाना मुमकिन नहीं होगा।
बैनेट ने अपने बयान में यह भी कहा कि एक अच्छा समझौता दीर्घकालिक समझौता है जिसके तहत ईरान परमाणु हथियार बनाना छोड़ दे और अगर ईरान को हथियार नहीं बनाना है तो उसे अपने देश में यूरेनियम संवर्धन की क्या ज़रुरत है? बेनेट ने कहा कि ईरान मौजूदा समय में यूरेनियम को 60% तक समृद्ध कर रहा है, और यूरेनियम संवर्धन का इतना प्रतिशत केवल हथियार के उत्पादन में चाहिए होता है।
बैनेट ने आईएईए को फिर से जीवित करने वाली योजना की आलोचना करते हुए कहा कि यह समझौता ईरान को अपने परमाणु कार्यक्रम को जारी रखने और बड़ी मात्रा में धन जुटाने की अनुमति देगा। बैनेट ने विश्व शक्तियों और ईरान के बीच किस तरह के समझौते का इस्राईल समर्थन करेगा इस सवाल के जवाब में कहा कि सच पूछो तो ईरान को अपना परमाणु हथियार कार्यक्रम छोड़ देना चाहिए।