ग़ाज़ा के कुछ इलाकों में इज़रायल ने 10 घंटे के लिए सीज़फायर की घोषणा की
इज़रायल ने रविवार से ग़ाज़ा के अल-मवासी, दीर अल-बलह और ग़ाज़ा सिटी में सुबह 10 बजे से रात 8 बजे (07:00-17:00 GMT) तक “मानवीय उद्देश्यों के लिए सामरिक विराम” (tactical pause) की घोषणा की है। हालांकि, रविवार तड़के से अब तक इज़रायली हमलों में कम से कम 15 फ़िलिस्तीनी मारे जा चुके हैं, जबकि शनिवार को 71 लोगों की हत्या हुई थी — जिनमें 42 लोग ऐसे थे जो सहायता पाने की कोशिश कर रहे थे। साथ ही 5 और फ़िलिस्तीनी भूख से मर गए हैं।
इज़रायल अलग–थलग देश बनता जा रहा है: इज़रायली सांसद
‘येश अतीद’ पार्टी से सांसद और पूर्व मोसाद उप-प्रमुख राम बेन-बारक ने ‘मआरिव’ अख़बार से कहा, “हम उत्तर कोरिया नहीं हैं और न ही दुनिया की नज़रों में अलग-थलग पड़ने वाला देश बनना चाहते हैं, लेकिन हम उसी दिशा में बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा, “हमने ये युद्ध लगभग एक साल पहले ही जीत लिया था, वो भी उम्मीद से बेहतर, लेकिन अब हर गुज़रते दिन के साथ हम अपनी उसी जीत को खोते जा रहे हैं। अगर हमने जल्द कोई ठोस कदम नहीं उठाए तो यूरोप में वीज़ा के लिए लाइन लगानी पड़ेगी, और शायद वो भी न मिलें।”
ग़ाज़ा में कुपोषित बच्चों को बचाने की कोशिश में लगे कार्यकर्ता
ग़ाज़ा सिटी से मेडिकल एड फॉर फ़िलिस्तीन की लिज़ ऑल्कॉक ने अल जज़ीरा से कहा कि, ज़मीनी हालात बेहद गंभीर हैं। उन्होंने कहा, “हमारी कोशिशें कुपोषण से मर रहे बच्चों की रफ्तार से पीछे चल रही हैं। अगर हम वैसी मदद नहीं पहुंचा पाए जैसे सीज़फायर के दौरान पहले कर सके थे, तो हम वक़्त से एक भयावह जंग हार सकते हैं।”
आज सुबह से अब तक ग़ाज़ा में 19 लोगों की मौत
ग़ाज़ा में इज़रायली हमलों में सुबह से अब तक कम से कम 19 लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें 8 राहतकर्मी शामिल हैं। इस बीच इज़रायल ने कुछ इलाकों में 10 घंटे का मानवीय विराम घोषित किया है ताकि राहत सामग्री की आपूर्ति बढ़ाई जा सके, क्योंकि ग़ज़ा में भुखमरी का संकट बेहद गंभीर होता जा रहा है।

