इस्राईल, 59 फीसदी इस्राईली नागरिक देश से पलायन को तैयार
बेगन हेरिटेज सेंटर के एक सर्वे के अनुसार 59 फीसदी इस्राईली नागरिक अतिगृहित फिलिस्तीन के बाहर प्रवास करने के लिए विभिन्न देशों के दूतावासों में चक्कर लगा रहे हैं या इन दूतावासों में जाने पर विचार कर रहे हैं।
इस्राईल में हुए सर्वेक्षण से यह भी पता चलता है कि 78% इस्राईली परिवार फिलिस्तीन के बाहर यात्रा करने के लियें अपने बच्चों का खुल कर समर्थन करते हैं।
इस्राईली अख़बार मआरिव के लिए अपने लेख में कलमन लिब्सकिंड ने कहा कि “हम इस्राईल में एक वामपंथी घटना के विकास के विरोध में हैं जो कि ज़ायोनीवाद और इस्राईल से बहुत दूर है और हम यहूदी राज्य पर बहुत कम ध्यान देते है।
अरब जगत के विख्यात समाचार पत्र रायुल यौम के अनुसार, लिब्सकिंड कहते हैं कि इस्राईल के इस समूह ने अकेले ज़ायोनी परियोजना के खिलाफ एक योजना का नेतृत्व किया और वे नकबा (फिलिस्तीन के कब्जे की त्रासदी), फिलिस्तीनी राज्य और 1948 और 1967 की कब्जे वाली सीमाओं की समीक्षा चाहते हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि इनमें से अधिकांश कार्यकर्ता इस्राईली नागरिक समाज संगठनों के सदस्य हैं और विभिन्न देशों से वित्तीय सहायता प्राप्त करते हैं और इसे इस्राईल और उसकी सेना को बदनाम करने पर खर्च करते हैं।
इस्राईली टीवी चैनल 10 ने 2014 में भी यह खुलासा किया था कि जर्मन राजधानी बर्लिन में प्रवास करने के इच्छुक लोगों की संख्या 25,000 तक पहुंच गई है। बर्लिन में आव्रजन विभाग के अनुसार प्रवास करने के इच्छुक नौ हजार से अधिक लोग हैं। आव्रजन आवेदन का जिक्र करते हुए, उन्होंने कहा कि उनमें इस्राईली सेना के अधिकारी भी शामिल हैं।
इस्राईल के एक सर्वेक्षण के परिणाम यह भी दिखाते हैं कि 40% इस्राईली विपरीत प्रवास के बारे में सोचते हैं, जिसका मुख्य कारण आर्थिक अस्थिरता, असमानता और फिलिस्तीनियों के साथ संघर्ष के समाधान ना होंने की निराशा है।