ISIS को फिर से ताकतवर होने का मौका नहीं मिलना चाहिए: बगदाद
इराक के विदेश मंत्री फुआद हुसैन ने बुधवार शाम को फोन के माध्यम से अपने फ्रांसीसी समकक्ष जीन नोएल बैरो से बातचीत की। इस बातचीत में दोनों नेताओं ने आतंकवादी संगठन ISIS के खिलाफ लड़ाई को प्राथमिकता देने और इसे फिर से अपनी ताकत को पुनः स्थापित करने का अवसर न देने पर जोर दिया।
ISIS के खिलाफ निरंतर संघर्ष की जरूरत
फुआद हुसैन ने कहा, “यह बेहद महत्वपूर्ण है कि हम ISIS को फिर से ताकतवर होने का मौका न दें, और हम दोनों देशों के बीच मिलकर इस संगठन के खिलाफ संघर्ष जारी रखें, विशेष रूप से इराक और सीरिया में।” उन्होंने यह भी कहा कि इस संगठन को खत्म करने के लिए सहयोग बढ़ाने की आवश्यकता है, क्योंकि ISIS अब भी क्षेत्र में सुरक्षा के लिए खतरा बना हुआ है।
दोनों देशों के सहयोग पर बल
इस बातचीत में दोनों पक्षों ने यह भी सुनिश्चित किया कि इराक और फ्रांस के बीच सहयोग क्षेत्रीय सुरक्षा और स्थिरता को बढ़ावा देने के लिए जारी रहेगा। विदेश मंत्रालय ने इस बात की पुष्टि की कि दोनों देशों के बीच सहयोग की दिशा सुरक्षा और आतंकवाद के खिलाफ संघर्ष पर केंद्रित होगी, जो पूरे मध्य-पूर्व क्षेत्र के लिए महत्वपूर्ण है।
सीरिया में समग्र राजनीतिक प्रक्रिया की आवश्यकता
इराक और फ्रांस के बीच यह वार्ता केवल सुरक्षा तक सीमित नहीं थी। दोनों देशों के नेताओं ने सीरिया की वर्तमान स्थिति पर भी चर्चा की, जिसमें सुरक्षा, सैन्य और राजनीतिक पहलुओं पर विचार किया गया। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि सीरिया में एक समग्र राजनीतिक प्रक्रिया की आवश्यकता है, जिससे सभी वर्गों और समुदायों की भागीदारी सुनिश्चित हो सके और उनके अधिकारों की रक्षा हो।
दोनों देशों ने सीरिया के लिए एक व्यापक और समावेशी राजनीतिक समाधान की आवश्यकता को महसूस किया, जिसमें सीरिया के सभी नागरिकों, चाहे वे किसी भी धर्म या समुदाय से हों, को उनके राजनीतिक और सामाजिक अधिकारों में भागीदारी का अवसर मिल सके।
अंतर्राष्ट्रीय सहयोग की अहमियत
बातचीत के दौरान यह भी महत्वपूर्ण रूप से कहा गया कि एक अंतर्राष्ट्रीय मार्ग को सक्रिय करना आवश्यक है, ताकि सीरिया में राजनीतिक प्रक्रिया को गति मिल सके। इसमें अंतर्राष्ट्रीय समुदाय का सहयोग अहम भूमिका निभा सकता है, जिससे सीरिया में शांति और स्थिरता स्थापित की जा सके।