‘ऑपरेशन सादिक़ 3’ के अठारहवें चरण पर (IRGC) का बयान
इस्लामी रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) ने अपने एक आधिकारिक बयान में ‘ऑपरेशन सादिक़ 3’ अभियान के अठारहवें चरण के सफलतापूर्वक पूरा होने की घोषणा की है। मेहर समाचार एजेंसी के अनुसार, IRGC के जनसंपर्क विभाग द्वारा जारी बयान संख्या 15 में कहा गया है:
“बिस्मिल्लाहिर रहमानिर रहीम
‘ऑपरेशन सादिक़ 3’ के अठारहवें चरण को इज़राईल के कब्ज़े वाले मध्य फ़िलिस्तीन क्षेत्र और तेल अवीव के बेन गुरियन हवाई अड्डे में अंजाम दिया गया। इस अभियान में भारी संख्या में आत्मघाती और युद्धक ड्रोन ‘शाहेद-136’ और ठोस एवं तरल ईंधन से चलने वाली सटीक निशाना लगाने वाली मिसाइलों का उपयोग किया गया। इस ऑपरेशन ने पहले से तय किए गए सैन्य और लॉजिस्टिक ठिकानों को अल्लाह की मदद से पूरी तरह तबाह कर दिया।
बयान में आगे बताया गया कि आज रात कई स्क्वाड्रन में शाहेद-136 ड्रोन लगातार इज़राईल के कब्ज़े वाले क्षेत्रों में मिशन अंजाम देते रहे, और इस दौरान इज़राईली सेना के सबसे आधुनिक डिफेंस सिस्टम भी उन्हें रोक पाने में असफल रहे। नतीजन, ज़ायोनी नागरिकों को एक बार फिर से बंकरों में भागने पर मजबूर होना पड़ा। अंत में, बयान में यह स्पष्ट किया गया कि ऐसे संयुक्त मिसाइल-ड्रोन हमले लगातार और लक्ष्यपूर्ण ढंग से आगे भी जारी रहेंगे।”
इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) के बयान से पता चलता है कि, ईरानी सशस्त्र बलों का धैर्य अब जवाब दे चुका है। वर्षों की ज़ुल्म और फ़िलिस्तीनियों के नरसंहार के जवाब में अब ईरान ने नर्म लहजे की बजाय ठोस कार्रवाई का रास्ता चुना है। ‘ऑपरेशन सादिक़ 3’ अब केवल एक ऑपरेशन नहीं, बल्कि ज़ालिमों को उनके किए का हिसाब चुकाने का नाम बन चुका है। इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) द्वारा अंजाम दिया गया अठारहवां चरण, इस सच्चाई का प्रतीक है कि ईरान अब सिर्फ चेतावनी नहीं देगा।
ईरानी मिसाइलें, चाहे ठोस ईंधन की हों या तरल ईंधन की, अब केवल अभ्यास की चीज़ नहीं हैं। ये सटीक, प्रभावी और दुश्मन को थरथरा देने वाली मारक क्षमता के साथ अब ज़मीन पर परिणाम दे रही हैं। IRGC का यह बयान न सिर्फ एक सैन्य रिपोर्ट है, बल्कि यह एक चेतावनी है कि अगर इज़राईल ग़ाज़ा में नरसंहार नहीं रोकेगा और फ़िलिस्तीनियों की जमीन पर कब्ज़ा जारी रखेगा, तो यह “ऑपरेशन सादिक़” और भी कड़वा और भी खौफ़नाक होता जाएगा।
IRGC ने स्पष्ट कर दिया है कि,ये संयुक्त ड्रोन और मिसाइल हमले अब सिलसिलेवार जारी रहेंगे। यह जंग इज़राईल की अकड़ को तोड़ने तक नहीं रुकेगी।यह सिर्फ जवाबी हमला नहीं, यह मज़लूमों का इंतकाम है। यह ईरान का वो हौसला है, जो ज़ुल्म के सामने कभी झुका नहीं, और अब झुकने वालों को सीधा कर रहा है।

