ISCPress

इराकी प्रतिरोध का इज़रायल के महत्वपूर्ण ठिकानों पर पांचवां ड्रोन हमला

इराकी प्रतिरोध का इज़रायल के महत्वपूर्ण ठिकानों पर पांचवां ड्रोन हमला

इराकी प्रतिरोध ने एक आधिकारिक बयान में पुष्टि की है कि उसने कब्जे वाले गोलान हाइट्स में इज़राइल के एक महत्वपूर्ण ठिकाने पर एक और ड्रोन हमला किया है। इस हमले को इराकी प्रतिरोध ने इस वर्ष का पांचवां बड़ा हमला करार दिया है। इसके साथ ही उन्होंने स्पष्ट किया कि यह अभियान केवल सैन्य उद्देश्य से नहीं, बल्कि इज़राइल द्वारा फिलिस्तीन और लेबनान में नागरिकों पर किए जा रहे अत्याचारों के जवाब में और उनके समर्थन में किया गया है।

अत्याचारों का जवाब: नागरिकों की रक्षा का संकल्प

इराकी प्रतिरोध ने बयान में कहा कि उनका उद्देश्य इजरायली शासन द्वारा मासूम नागरिकों, जिनमें महिलाओं, बच्चों, और बुजुर्गों का विशेष रूप से उल्लेख किया गया है, पर किए जा रहे अत्याचारों का प्रतिशोध लेना है। हाल के समय में इज़राइल द्वारा ग़ज़ा और अन्य फिलिस्तीनी क्षेत्रों में किए गए हवाई हमले और गोलीबारी ने हजारों निर्दोष लोगों को प्रभावित किया है। इराकी प्रतिरोध का कहना है कि वे इन हमलों का मुंहतोड़ जवाब देने और फिलिस्तीन व लेबनान के लोगों को समर्थन देने का संकल्प लिए हुए हैं।

लगातार हमले: उत्तरी फिलिस्तीन में बढ़ती ड्रोन गतिविधियाँ

आज सुबह से अब तक इराकी प्रतिरोध ने उत्तरी कब्जे वाले फिलिस्तीन में दुश्मन के ठिकानों पर पांच ड्रोन हमले किए हैं। प्रतिरोध का कहना है कि वे दुश्मन के ठिकानों को तोड़ने का संकल्प रखते हैं और इस दिशा में उनकी गतिविधियाँ निरंतर तेज होती जा रही हैं।

ग़ज़ा युद्ध की प्रतिक्रिया में बढ़ती सक्रियता

ग़ज़ा में जारी संघर्ष के एक साल से भी अधिक समय के दौरान, इराकी प्रतिरोध ने इज़राइली ठिकानों पर कई बार ड्रोन हमले किए हैं। उनका दावा है कि ग़ज़ा पर इज़राइल के हमलों और फिलिस्तीन में किए गए अत्याचारों का प्रतिशोध लेने के लिए वे इस प्रकार की कार्रवाइयों में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं। इराकी प्रतिरोध ने अपनी सैन्य ताकत को बढ़ाते हुए इज़राइल के कई महत्वपूर्ण ठिकानों को निशाना बनाकर इजरायली सैन्य शक्ति को झटका दिया है।

फिलिस्तीन और लेबनान के लिए समर्थन

इराकी प्रतिरोध के अनुसार, यह हमला केवल एक सैनिक अभियान नहीं बल्कि एक मानवीय कर्तव्य का हिस्सा है, जिसे उन्होंने फिलिस्तीनी और लेबनानी लोगों के समर्थन में उठाया है। इराकी प्रतिरोध का कहना है कि उनकी गतिविधियाँ तब तक जारी रहेंगी जब तक कि इज़राइल अपने हमले बंद नहीं करता और क्षेत्र में स्थिरता बहाल नहीं हो जाती।

इस प्रकार, इराकी प्रतिरोध ने स्पष्ट कर दिया है कि फिलिस्तीन और लेबनान की जनता के अधिकारों की रक्षा और इज़राइल के बढ़ते आक्रमणों को रोकने के लिए वह सभी आवश्यक कदम उठाएंगे।

Exit mobile version