अगर नेतन्याहू आए तो इराक़ शर्म–अल–शेख सम्मेलन का बहिष्कार करेगा: इराक़ी प्रधानमंत्री
इराक़ की आधिकारिक समाचार एजेंसी ने बताया कि देश के प्रधानमंत्री मुहम्मद शिया अल-सूदानी ने चेतावनी दी है कि, अगर बेंजामिन नेतन्याहू शर्म-अल-शेख सम्मेलन में शामिल हुए, तो इराक़ इस बैठक से बाहर हो जाएगा।
फार्स न्यूज़ एजेंसी के अंतरराष्ट्रीय डेस्क के मुताबिक, इराक़ की सरकारी एजेंसी (वाअ) ने सोमवार दोपहर एक वरिष्ठ सरकारी सूत्र के हवाले से कहा कि सूदानी ने मिस्र और अमेरिका दोनों को सूचित किया है कि इराक़ की भागीदारी नेतन्याहू की अनुपस्थिति पर निर्भर करेगी — “यह इराक़ का ठोस और अटल रुख है।”
सूत्र ने बताया कि शुरुआत में क़ाहिरा की ओर से नेतन्याहू को कोई औपचारिक निमंत्रण नहीं भेजा गया था, लेकिन अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मिस्र के राष्ट्रपति अब्दुल फत्ताह अल-सीसी से टेलीफोन पर बातचीत के दौरान नेतन्याहू को बुलाने की कोशिश की। बाद में मिस्र के राष्ट्रपति भवन ने घोषणा की कि नेतन्याहू सम्मेलन में शामिल होंगे।
इराक़ी अधिकारी के अनुसार, कुछ अन्य देशों ने भी बग़दाद जैसी ही स्थिति अपनाई, जिसकी वजह से ट्रंप की नेतन्याहू को आमंत्रित करने की कोशिश नाकाम हो गई। इसी बीच, इज़रायली प्रधानमंत्री कार्यालय ने बिना कोई कारण बताए ऐलान किया कि नेतन्याहू की शर्म-अल-शेख यात्रा रद्द कर दी गई है।
शर्म-अल-शेख सम्मेलन आज मिस्र के तटीय शहर शर्म-अल-शेख में आयोजित होना है, जिसका उद्देश्य ग़ाज़ा युद्ध को समाप्त करने, युद्ध-विराम और पुनर्निर्माण की संभावनाओं पर चर्चा करना है। इस बैठक की अध्यक्षता डोनाल्ड ट्रंप और अब्दुल फत्ताह अल-सीसी करेंगे।

