इराक, तुर्की के चार फौजी हलाक, सीरिया पर बर्बर हमले जारी
तुर्की की अतिक्रमणकारी नीतियों और इराक पर उसके बर्बर हमलों को लेकर सुरक्षा परिषद् ने एक बयान जारी करते हुए इसे इराक की संप्रभुता एवं आज़ादी का उल्लंघन मानते हुए तुर्की की आलोचना की है.
इन सबके बावजूद पडोसी मुस्लिम देशों के खिलाफ तुर्की के बर्बर हमले और अतिक्रमण रुकने के नाम नहीं ले रहा है. तुर्की ने एक बार फिर तुर्की की आज़ादी और संप्रभुता की धज्जियाँ उड़ाते हुए कई इलाक़ों में हमले किये. सीरिया की आधिकारिक समाचार एजेंसी साना की रिपोर्ट के मुताबिक़ तुर्की फ़ौज ने हस्का प्रांत के उत्तर-पश्चिमी उपनगरों में जमकर बमबारी की. इस रिपोर्ट के अनुसार तुर्की आर्मी की तोपखाना इकाई ने हस्का के अबू रासीन के आस पास के कई इलाक़ों में भीषण हमले किये.
इस से पहले तुर्की ने ऐलान किया था की वह पी के के मेंबर्स के खिलाफ उत्तरी सीरिया में सैन्य अभियान शुरू करेगा. तुर्की को सीरिया में किसी भी ग़ैर क़ानूनी सैन्य मुहिम से रोकने के लिए रूस और ईरान ने अर्दोग़ान से वार्ता में भी कई प्रयास किये हैं.
सीरिया ने तुर्की की इस हरकत पर कहा की तुर्की सीरिया में जंग को बढ़ावा देना चाहता है वह यहाँ युद्ध की आग भड़काए रखना चाहता है. तुर्की के हमले उसकी विस्तारवादी और साम्राज्यवादी नीतियों के तहत हैं.
वहीँ उत्तरी इराक में तुर्की को गहरा झटका लगा है जहाँ उसके 4 फौजी हलाक हो गए है. तुर्की के विदेश मंत्रालय ने इराक के उत्तर में पाने फौजी अभियान के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि इस मुहिम में उसके 4 फौजी मारे गए हैं .
वहीँ इराक पर तुर्की के अतिक्रमण के बारे में बात करते हुए इराक पार्लियामेंट की एमरजेंसी बैठक में जानकारी देते हुए इराक के ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ के प्रमुख ने कहा कि उत्तरी इराक में तुर्की के मुख्य रूप से 5 ठिकाने हैं. उसके पास यहाँ सैंकड़ों जेट्स है वहीँ अब 100 से अधिक स्थानों पर उसके फौजी तैनात हैं, जबकि 2021 में यह संख्या सिर्फ 40 थी.