यमन में ईरान के राजदूत कोरोना की भेंट चढ़े, तेहरान में ली अंतिम सांस ईरान के विदेश मंत्रालय के सूचना और प्रवक्ता कार्यालय के अनुसार, यमन में ईरान के राजदूत हसन इरलू का आज सुबह ईरान में निधन हो गया ।
यमन में ईरानी राजदूत को अपने मिशन के दौरान ही कोरोना हो गया था, और सऊदी अरब सहित कुछ देशों के देर से सहयोग के कारण, वह सही समय पर उपचार के लिए स्वदेश नही पलट सके और सही समय पर सही इलाज न मिलने के कारण उनका निधन हो गया ।
सऊदी नाकाबंदी में घिरे यमन से निकलने के लिए उन्हें सऊदी अरब और अन्य देशों से सही सहयोग नहीं मिला ।
ईरान आकर उन्हें हर संभव उपचार और चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई गई लेकिन उनकी हालत में सुधार के तमाम उपाय के बावजूद आज सुबह उनकी मौत हो गई।
1959 में पैदा हुए हसन इरलू 2015 में यमन में युद्ध शुरू होने के बाद से ही ईरानी विदेश मंत्रालय में यमनी डेस्क के प्रभारी हैं। वह युद्ध की शुरुआत के बाद से यमन को ईरान की मानवीय सहायता के समन्वयक भी रहे हैं।
याद रहे कि मार्च 2015 से ही सऊदी अरब अपदस्थ यमनी राष्ट्रपति को दोबारा सत्ता में लाने के प्रयास के तहत यमन के खिलाफ भीषण आमनवीय हमले कर रहा है जिसमे अब तक हज़ारों लोग मारे गए हैं तथा लाखों घायल और विस्थापित हुए हैं।
सऊदी नीत गठबंधन की नाकेबंदी के कारण यमन सदी के सबसे बड़े मानवीय संकट, कुपोषण और महामारी का सामना कर रहा है तथा लाखों लोगों पर भुखमरी का संकट मंडरा रहा है जिसमें बड़ी संख्या में बच्चे भी शामिल हैं।
Rizwan Haider की रिपोर्ट