ईरानी जनता अपने वैध अधिकारों की रक्षा करेगी: पेज़ेश्कियान
तेहरान और दोहा के बीच हालिया तनावों के बीच, ईरान के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डॉ. मसूद पेज़ेश्कियान ने क़तर के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल-थानी से सीधा संवाद करते हुए इज़रायली हमलों के जवाब में ईरान की हालिया सैन्य प्रतिक्रिया का बचाव किया और उसे एक वैध और सीमित कार्रवाई बताया।
राष्ट्रपति पेज़ेश्कियान ने कहा:
आज ज़ायोनी शासन और उसके समर्थकों को यह स्पष्ट हो गया है कि ईरान- ग़ाज़ा, लेबनान या सीरिया नहीं है कि, जिसे कुछ मिसाइल हमलों से अस्थिर किया जा सके। ईरानी जनता अपने अधिकारों को लेकर गंभीर है और अंतिम साँस तक खड़ी रहेगी। हम अपने वैध और कानूनी अधिकारों की रक्षा करना जानते हैं।”
क़तर की चिंता का जवाब:
राष्ट्रपति पेज़ेश्कियान ने क़तर सरकार और जनता को आश्वस्त करते हुए कहा कि ईरान की मिसाइल प्रतिक्रिया किसी अरब देश के खिलाफ नहीं थी। यह कार्रवाई सिर्फ अमेरिका की उस भागीदारी के जवाब में थी जो उसने इज़रायल के सैन्य हमलों में निभाई। उन्होंने विशेष रूप से ज़ोर देते हुए कहा कि “ईरान का क़तर से कोई दुश्मनी नहीं है, हम भाई हैं। कृपया इसे हमारे खिलाफ़ क़दम न समझें।”
क़तर का संतुलित रुख:
अमीर-ए-क़तर शेख तमीम बिन हमद अल-थानी ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि “क़तर की ज़मीन या सैन्य अड्डों का इस्तेमाल कभी भी ईरान के खिलाफ नहीं हुआ है और न होगा। हम खुद इस बात को सुनिश्चित करेंगे कि हमारी धरती से ईरान जैसे मित्र देश को किसी प्रकार की क्षति न पहुँचे।”
यह बातचीत क्षेत्रीय अस्थिरता के समय दो पड़ोसी देशों के बीच स्पष्टता और संवाद की अहमियत को दर्शाती है। यह क़दम क्षेत्र में संभावित टकराव को रोकने और पारस्परिक विश्वास को मज़बूत करने की दिशा में महत्वपूर्ण माना जा रहा है।

