ईरानी मिसाइलों ने इज़रायली विमानों को भागने पर मजबूर किया
ईरान द्वारा किए गए शक्तिशाली मिसाइल हमलों के बाद इज़रायली प्रशासन ने हवाई सुरक्षा को लेकर बड़ा कदम उठाया है। ईरानी मिसाइल हमलों के बीच इज़रायली मीडिया ने बताया है कि इज़रायल ने अपने कई नागरिक विमानों को अमेरिका, ग्रीस और साइप्रस भेज दिया है। इस कदम के पीछे कारण यह बताया गया है कि ईरानी हमलों की आशंका के चलते देश के हवाई क्षेत्र को फिलहाल जोखिमपूर्ण माना जा रहा है।
अबरू भाषा के अख़बार Maariv की रिपोर्ट के अनुसार, इज़रायली सुरक्षा अधिकारियों ने सभी विमान कंपनियों को गुप्त रूप से आदेश दिया है कि ईरान के हमलों के जोखिम को कम करने के लिए वे अपने पूरे हवाई बेड़े को अधिकृत फ़िलिस्तीन (इज़रायल) से बाहर भेज दें।
यह कदम उस वक़्त उठाया गया है जब ईरान और इज़रायल के बीच तनाव तेज़ी से बढ़ रहा है। शनिवार रात ईरान ने ज़ोरदार मिसाइल हमले किए जो इज़रायल के कई इलाक़ों जैसे, हाइफ़ा और तेल अवीव में गिरे। इन हमलों ने यहूदी बसने वालों की नींदें उड़ा दीं और ज़मीन पर भारी तबाही छोड़ी।
इज़रायली अख़बार Maariv के हवाले से कहा गया है कि सुरक्षा अधिकारियों ने विमान कंपनियों को गुप्त आदेश दिए थे कि वे अपने सभी सक्रिय और स्टैंडबाय विमानों को अधिकृत फ़िलिस्तीनी इलाक़ों से बाहर ले जाएं। ये आदेश इसलिए दिए गए क्योंकि ईरान के मिसाइलों का दायरा और सटीकता अब इज़रायल के गहरे अंदर तक पहुंच चुकी है, जिससे एयरपोर्ट और विमानों पर हमले की आशंका बढ़ गई है।
शनिवार रात ईरान ने हाइफ़ा, तेल अवीव और अन्य इज़रायली ठिकानों पर मिसाइल और ड्रोन से हमले किए थे, जिनसे ज़मीन पर तबाही और नागरिकों में डर का माहौल फैल गया। चश्मदीदों के मुताबिक, रातभर अलार्म बजते रहे और कई इलाक़ों में धमाकों की आवाज़ें गूंजती रहीं।
इज़रायल द्वारा नागरिक विमानों को देश से बाहर भेजना यह दिखाता है कि वह ईरान की सैन्य शक्ति को गंभीरता से लेने पर मजबूर हो गया है। यह एक कूटनीतिक और सैन्य रूप से महत्वपूर्ण संकेत माना जा रहा है कि अब इज़रायल, हवाई सुरक्षा में खुद को असुरक्षित महसूस कर रहा है।

