अमेरिका और यूरोप के राजनीतिक प्रस्ताव पर ईरान सख़्त जवाब देगा: तेहरान
अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) में ईरान के स्थायी प्रतिनिधि ने चेतावनी दी है कि अगर अमेरिका और यूरोपीय त्रय (फ्रांस, जर्मनी और ब्रिटेन) द्वारा ईरान के खिलाफ राजनीतिक प्रस्ताव पारित किया गया, तो इस्लामी गणराज्य ईरान कड़ा और निर्णायक जवाब देगा।
नजफी ने हाल ही में IAEA की रिपोर्ट को खारिज करते हुए कहा कि यह रिपोर्ट से ग्रसित है और इसमें उठाए गए अधिकतर सवाल पुराने और समाप्त हो चुके मामलों से जुड़े हैं। उन्होंने रिपोर्ट की वैधता पर सवाल उठाते हुए इसे अविश्वसनीय और कमजोर आधार वाली क़रार दिया।
रिपोर्ट में जिन बिंदुओं पर आपत्ति जताई गई, जैसे “गोपनीय दस्तावेज़ों की चोरी”, “घोषित न किए गए परमाणु स्थलों की सफाई”, और “पर्याप्त सहयोग की कमी” उन सभी आरोपों को ईरान पहले भी खारिज कर चुका है और इन्हें राजनीतिक हथियार के तौर पर देखा जा रहा है।
ईरान का कहना है कि यह पूरा प्रयास अमेरिका और यूरोप द्वारा उस अंतरराष्ट्रीय परमाणु समझौते (JCPOA) को पूरी तरह से विफल करने की कोशिश है जिससे वह स्वयं पीछे हट चुके हैं। नजफी ने दो टूक कहा कि अगर यह प्रस्ताव पारित होता है, तो ईरान एक बहुत ही सख्त और ठोस कदम उठाएगा,जिससे पश्चिम को भी जवाब मिल जाएगा कि ईरान किसी भी साजिश के आगे झुकेगा नहीं।
यह स्थिति तब और चिंताजनक हो जाती है जब अमेरिका और उसके सहयोगी खुद समझौते से पीछे हट चुके हैं, प्रतिबंधों को दोबारा लागू किया है, और अब ईरान से वही पारदर्शिता मांग रहे हैं जिसकी वे खुद परवाह नहीं करते। ईरान ने हमेशा IAEA के साथ सहयोग किया है, लेकिन जब सहयोग को कमजोरी समझा जाने लगे, तो तेहरान को अपने हितों की रक्षा के लिए कड़ा रुख अपनाना पड़ता है।

