ईरान ने सूडानी नागरिकों के नरसंहार की कड़ी निंदा की
ईरान ने सूडान के दक्षिणी कुर्दवान प्रांत के कलोनी क्षेत्र में हाल ही में हुए नागरिकों के भीषण नरसंहार की कड़ी निंदा की है। ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता इस्माईल बक़ाई ने रविवार, 7 दिसंबर को जारी अपने बयान में कहा कि दर्जनों निहत्थे और निर्दोष लोगों की निर्मम हत्या न केवल मानवीय सिद्धांतों के खिलाफ है, बल्कि यह अंतरराष्ट्रीय समुदाय की निष्क्रियता पर गंभीर प्रश्न भी खड़ा करती है।
उन्होंने कहा कि, सूडान कई महीनों से हिंसा, अस्थिरता और बढ़ते मानवीय संकट का सामना कर रहा है, लेकिन वैश्विक संगठन और प्रभावशाली देश अब तक इस संकट को रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाने में विफल रहे हैं। बक़ाई ने सूडान में बार-बार होने वाले नरसंहारों, सामूहिक विस्थापन और भूख, बीमारी तथा सुरक्षा की कमी जैसी चुनौतियों को अंतरराष्ट्रीय समुदाय के लिए एक गम्भीर चेतावनी बताया।
ईरान के प्रवक्ता ने गहरी चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि सूडानी नागरिकों की पीड़ा लगातार बढ़ रही है और हर गुजरते दिन के साथ उनकी स्थिति और भी दयनीय होती जा रही है। उन्होंने जोर दिया कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय को एकजुट होकर तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए, ताकि प्रभावित लोगों तक मानवीय सहायता पहुँच सके और हिंसा को रोका जा सके। बक़ाई ने विशेष रूप से यह मांग की कि दुनिया के देश सूडान के विस्थापित नागरिकों के लिए बिना देरी मानवीय सहायता भेजें, क्योंकि भोजन, दवा, चिकित्सा सेवाओं और सुरक्षित आश्रय की गंभीर कमी है।
उन्होंने यह भी कहा कि सूडान की वर्तमान स्थिति को बिगाड़ने में बाहरी हस्तक्षेप और विद्रोही समूहों को हथियारों की लगातार आपूर्ति सबसे बड़ा कारक है। उनके अनुसार, जब तक इन हस्तक्षेपों को रोका नहीं जाता, सूडान में स्थायी शांति स्थापित नहीं हो सकती। प्रवक्ता ने अंत में जोर देकर कहा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय को अपने नैतिक दायित्व को समझते हुए सूडान में स्थिरता बहाल करने के लिए ठोस, प्रभावी और तत्काल कदम उठाने चाहिए।

