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ईरान ने इज़रायल का हर्मिस ड्रोन मार गिराया

ईरान ने इज़रायल का हर्मिस ड्रोन मार गिराया

ईरान की वायु रक्षा प्रणाली ने देश की सीमाओं के निकट एक इज़रायली जासूसी ड्रोन Hermes 450 को मार गिराने का दावा किया है। ईरानी सैन्य सूत्रों के अनुसार, यह ड्रोन दक्षिण-पश्चिमी क्षेत्र में अवैध रूप से घुसपैठ कर रहा था और निगरानी मिशन पर तैनात था। ईरानी रडारों ने समय रहते इस ड्रोन की पहचान की और उसे लक्ष्य बनाकर नष्ट कर दिया।

Hermes 450 इज़रायल का एक उन्नत मिड-रेंज यूएवी (Unmanned Aerial Vehicle) है, जिसे खुफिया जानकारी जुटाने, टारगेट की पहचान और संभावित हमलों की तैयारी के लिए विकसित किया गया है। इसकी उपस्थिति को ईरान ने अपनी राष्ट्रीय संप्रभुता का गंभीर उल्लंघन बताया है। ईरानी इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) के प्रवक्ता ने इस कार्रवाई को सिर्फ तकनीकी नहीं, बल्कि देश की रणनीतिक आत्मरक्षा नीति का हिस्सा बताया है। उन्होंने चेतावनी दी कि अब से ईरान की हवाई सीमा में किसी भी प्रकार की घुसपैठ का जवाब सैन्य कार्रवाई के ज़रिए दिया जाएगा।

यह घटना ऐसे समय पर सामने आई है जब हाल के महीनों में ईरान और इज़रायल के बीच सैन्य और साइबर टकराव लगातार तेज़ हो रहे हैं। इज़रायल द्वारा सीरिया और इराक़ में ईरानी ठिकानों को निशाना बनाए जाने के बाद, अब तेहरान भी खुलकर जवाबी रणनीति अपना रहा है।

विशेषज्ञों का मानना है कि Hermes ड्रोन को गिराने की यह घटना महज़ एक सीमित तकनीकी जवाबी कार्रवाई नहीं, बल्कि आने वाले व्यापक सैन्य संघर्ष की प्रस्तावना हो सकती है। इस घटनाक्रम ने साफ कर दिया है कि ईरान अब अपने हवाई और भौगोलिक क्षेत्र की रक्षा को लेकर अधिक आक्रामक और सक्रिय नीति अपना रहा है। यह स्थिति पश्चिम एशिया में एक नए संघर्ष के बीज बो सकती है, जहां दोनों पक्षों के पास न सिर्फ अत्याधुनिक तकनीकी हथियार हैं, बल्कि साइबर और जासूसी युद्ध की पूरी क्षमता भी मौजूद है। अंतरराष्ट्रीय विश्लेषकों की नज़र अब इस बात पर है कि क्या यह टकराव सिर्फ सीमित रहेगा या एक पूर्ण सैन्य संघर्ष का रूप लेगा।

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