ईरान परमाणु समझौता सभी पक्षों के सहयोग सेके बिना असंभव :ग्रॉसी
अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी के महानिदेशक राफेल ग्रॉसी ने अल-अरबिया नेटवर्क के साथ बातचीत में, कहा कि यह एक मुश्किल और जटिल मुद्दा है लेकिन आने वाले दिनों में समझौते की संभावना पाई जाती है।
ईरान और विश्व शक्तियों के बीच परमाणु समझौते को लेकर राफेल ग्रॉसी का हवाला देते हुए अल-अरबिया ने कहा कि “ईरान और अन्य दूसरे पक्षों के सहयोग के बिना कोई परमाणु समझौता नहीं किया जा सकता । ग्रॉसी ने इस बात पर भी जोर दिया कि बाधाओं, कठनाईयो के बावजूद ईरान की परमाणु वार्ता सही दिशा मे चल रही है, और अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी भी कसी एक समझौते पर पहुंचने के लिए कड़ी मेहनत कर रही है। जैसे जैसे बातचीत आगे बढ़ेगी, मतभेद उतने ही कम होते जाएंगे और उतने ही विचार मिलते जाएंगे।
परमाणु ऊर्जा एजेंसी के महानिदेशक ने कहा कि अभी बहुत सी कठिनाइयाँ बाकी हैं जिन क चलते वार्ता में शामिल पक्ष अब तक,किसी एक समझौते पर नहीं पहुंच सके हैं। इन कठिनाइयों के बाद भी हमारी उम्मीदें धराशायी नहीं हुई हैं। हम एक के बाद एक कठिनाइ का हल निकालेगे ।
उन्होंने यह भी कहा कि बातचीत अब राजनीतिक स्तर पर हो रही है और वार्ता करने वाले दल राजनीतिक रूप से क्या चाहते हैं, और महत्वपूर्ण सवाल यह है कि क्या 2015 में हुए समझौते पर वापसी संभव है या नहीं। वियना में अपने खिलाफ लगाए गए प्रतिबंध हटाने पर बातचीत के बारे में इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ ईरान ने घोषणा की है कि संयुक्त राज्य अमेरिका के लिए इस समझौते में लौटने का एकमात्र तरीका यह है कि वो अधिक दबाव और प्रतिबंध की विफल नीतियो से पीछे हटे।
इस्लामी गणराज्य की वार्ता टीम ने वियना वार्ता में दो बातों पर ज़ोर दिया “परमाणु के अस्तित्व के लिए गारंटी प्राप्त करना” और “प्रतिबंधों को हटाने और इस समझौते के प्रति अमेरिका की गंभीरता सत्यता की परख जो गुज़रते समय के साथ सामने आएगी।