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ईरान का क़तर में अमेरिकी एयरबेस पर हमला, वाशिंगटन को खुली चेतावनी है

ईरान का क़तर में अमेरिकी एयरबेस पर हमला, वाशिंगटन को खुली चेतावनी है

ईरान ने क़तर स्थित अल-उदेद एयरबेस पर मौजूद अमेरिकी सैन्य बलों पर मिसाइल हमला किया है। ईरान का कहना है कि यह हमला अमेरिका द्वारा ईरान के परमाणु ठिकानों पर किए गए हमलों के जवाब में किया गया है। सोमवार को इस हमले की पुष्टि ईरान की इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) ने एक आधिकारिक बयान में की। यह बयान ईरानी जनता को संबोधित करते हुए जारी किया गया था।

हमले का कारण क्या था?
IRGC के अनुसार, यह “शक्ति‌शाली और विनाशकारी मिसाइल हमला” ‘ऑपरेशन घोषणा-ए-फ़तह’ (Operation Annunciation of Victory) का हिस्सा था, जो अमेरिका की “खुली सैन्य आक्रामकता” के जवाब में किया गया। IRGC ने यह भी कहा कि यह निर्णायक कार्रवाई व्हाइट हाउस और उसके सहयोगियों को यह संदेश देने के लिए थी कि ईरान अपनी संप्रभुता और राष्ट्रीय सुरक्षा पर किसी भी हमले को अनुत्तरित नहीं छोड़ेगा।

बयान में चेतावनी दी गई: “इस क्षेत्र में अमेरिकी सैन्य ठिकाने और मोबाइल सैन्य संसाधन ताक़त के प्रतीक नहीं, बल्कि गहरी कमजोरियाँ हैं।”

हमला कहां हुआ और क्यों?
ईरान ने बताया कि अल-उदेद एयरबेस को इसलिए निशाना बनाया गया क्योंकि यह पश्चिमी एशिया में अमेरिकी वायुसेना का कमांड सेंटर है और “अमेरिकी आतंकी सेना की सबसे बड़ी रणनीतिक संपत्ति” है।

तेहरान ने स्पष्ट किया कि मिसाइल हमला क़तर के आवासीय इलाक़ों से दूर किया गया ताकि आम नागरिकों को नुकसान न पहुँचे। ईरान की सुप्रीम नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल ने कहा, “यह कार्रवाई मित्र राष्ट्र क़तर और उसके सम्मानित नागरिकों के लिए कोई ख़तरा नहीं है। इस्लामी गणराज्य ईरान क़तर के साथ अपने गर्मजोशी भरे ऐतिहासिक संबंधों को बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है।”

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