ईरान ने यूएन को न्यूक्लियर साइट्स की रिकॉर्डिंग की मंज़ूरी दी ईरान के असैन्य परमाणु कार्यक्रम के प्रमुख मोहम्मद इस्लामी ने कहा कि ईरान संयुक्त राष्ट्र के वीडियो रिकॉर्डिंग जारी रखने पर सहमत है।
ईरान संयुक्त राष्ट्र निरीक्षकों को देश के सभी संवेदनशील स्थलों में मेमोरी कार्ड लगाने और वीडियो रिकॉर्ड रखने की अनुमति देने पर सहमत हो गया है।
2015 में ईरान और विश्व शक्तियों के बीच हुए परमाणु करार से 2018 में अमेरिका एकपक्षीय रूप से निकल गया था। अमेरिका की इस परमाणु समझौते में वापसी को लेकर विएना में जारी वार्ता भी किसी नतीजे पर नहीं पहुंची है तथा संबंधित पक्षों के बीच इस संबंध में होने वाली वार्ता भी थमी हुई है।
ईरान के असैन्य परमाणु कार्यक्रम के प्रमुख मोहम्मद इस्लामी ने सभी कूटनीतिक आज़माइशों को टालने की बात कहते हुए कहा है कि हम संयुक्त राष्ट्र शिक्षकों को सभी संवेदनशील परमाणु स्थलों की निगरानी की अनुमति देने के लिए सहमत हैं। उन्होंने कहा कि इस घोषणा के बाद भी आईएईए अब भी उसी स्थिति में हैं जिसका सामना हमें फरवरी में करना पड़ा था।
याद रहे कि ईरान ने बीच में अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी के साथ सहयोग करना बंद कर दिया था। ईरान परमाणु स्थलों के सभी वीडियो रिकॉर्डिंग अपने पास ही रखता था।
2015 में हुए परमाणु समझौते पर अमेरिका की वापसी के लिए हो रही वार्ता किसी नतीजे पर पहुंचे बिना रुकी हुई है। कहा जा रहा है कि इस बीच ईरान यूरेनियम संवर्धन के स्तर को बढ़ाते हुए उस स्तर तक ले गया था जो हथियार बनाने में कारगर साबित हो।
ईरान का यूरेनियम भंडार भी लगातार बढ़ता रहा है। ईरान के निर्णय को सुनने के बाद अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी के प्रमुख ने कहा कि मुझे यह कहते हुए खुशी है कि आज हम एक सकारात्मक नतीजे पर पहुंच गए हैं।
यहां हमारे लिए अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी और दुनिया को इस बात की गारंटी एवं सूचना देने का अवसर है कि सब कुछ ठीक चल रहा है।