ईरानी मिसाइलों का असर, इज़रायल का हायफ़ा शहर धुंए में तब्दील
शनिवार देर रात इज़रायली क़ब्ज़े वाले इलाकों के उत्तर में उस समय सायरन बजने लगे जब ईरान ने इज़रायल पर लगातार दूसरी रात मिसाइल हमले शुरू किए। ये जवाबी कार्रवाई उस हमले के बाद की गई जिसमें इज़रायली हवाई हमलों में ईरानी नागरिकों, अधिकारियों और वैज्ञानिकों को बेवजह और बर्बरता से निशाना बनाया गया था।
इज़रायली प्रशासन ने हमलों के बाद की जानकारी को सार्वजनिक करने पर सख्त सेंसरशिप लागू कर दी है। लेकिन स्थानीय लोगों द्वारा रिकॉर्ड किए गए वीडियो में हाइफ़ा बंदरगाह शहर में कई जगहों से उठता घना धुआं और भड़की आग साफ़ देखी जा सकती है। प्रारंभिक रिपोर्टों के अनुसार, इस नए हमले में कम से कम एक इज़रायली नागरिक मारा गया है और तीन अन्य घायल हुए हैं। हालांकि इज़रायल ने आपातकाल लागू कर रखा है इस लिए मृतकों की सही जानकारी सामने नहीं आ सकती। यह भी वास्तविकता है कि, इज़रायल हमेशा अपने हताहतों की वास्तविक जानकारी छुपाता है।
ईरानी सशस्त्र बल इज़रायल को “बेबस” कर देंगे: सुप्रीम लीडर
इस्लामी क्रांति के सर्वोच्च नेता आयतुल्लाह सैय्यद अली ख़ामेनेई ने ऐलान किया है कि ईरानी सशस्त्र बल इज़रायल को “बेबस” कर देंगे। इस हफ्ते शहीद हुए अधिकारियों की जगह लेने वाले नए सैन्य अधिकारियों ने कहा है कि वे इस इज़रायली शासन के लिए “जहन्नुम के दरवाज़े खोल देंगे” और जब तक ज़रूरत हो, हमले जारी रहेंगे। राष्ट्रपति पेज़ेश्कियान की सरकार ने पूरी तरह से नेता और सैन्य अधिकारियों की इस नीति का समर्थन किया है।
शुक्रवार रात से शुरू हुए पहले दौर के ईरानी हमले शनिवार सुबह तक जारी रहे, जिनमें मुख्य रूप से तेल अवीव और आसपास के इलाकों को निशाना बनाया गया। ईरानी इस्लामी रिवॉल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) के अनुसार, इन हमलों में 150 से अधिक सैन्य और जासूसी ठिकानों को सफलतापूर्वक निशाना बनाया गया।

