युद्ध-विराम के बाद हमास की लोकप्रियता चरम पर पहुँची: वाल स्ट्रीट जर्नल
ग़ाज़ा में युद्ध-विराम लागू होने के बाद सड़कों पर सुरक्षा बढ़ी है और हमास की लोकप्रियता तेज़ी से बढ़ी है। वाल स्ट्रीट जर्नल के अनुसार, यह स्थिति डोनाल्ड ट्रंप की ग़ाज़ा के भविष्य को लेकर बनाई गई योजनाओं के लिए गंभीर चुनौती बन सकती है।
वाल स्ट्रीट जर्नल ने रिपोर्ट दिया कि, युद्ध-विराम लागू होने के बाद से ग़ाज़ा के फ़िलिस्तीनियों में हमास की स्वीकार्यता बढ़ी है और यह बात अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की उस योजना के विपरीत जा रही है, जिसमें उन्होंने “इस सशस्त्र आंदोलन को निरस्त्र कर के ग़ाज़ा पट्टी में शांति स्थापित करने” की बात कही थी।
रिपोर्ट के मुताबिक, सुरक्षा इस बदलाव का मुख्य कारण है। पिछले एक महीने में, युद्ध-विराम स्थिर होने और इज़रायली सेना के पीछे हटने के बाद, हमास के जवान फिर से सड़कों पर नज़र आने लगे। उन्होंने पुलिस और आंतरिक सुरक्षा बल के रूप में गश्त की और अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई की।
ग़ाज़ा के फ़िलिस्तीनी नागरिक — यहाँ तक कि हमास के विरोधी भी — अपराध और लूट में आई कमी का स्वागत कर रहे हैं। ग़ाज़ा शहर के व्यापारी हाज़िम सरूर ने कहा, “जो लोग हमास के खिलाफ हैं, वे भी जानते हैं कि जनता को सुरक्षा चाहिए। हम चोरी, बदमाशी और क़ानूनहीनता के दौर से गुज़र रहे थे। इसके अलावा कोई नहीं जो इसे रोक सके, इसलिए लोग उनका समर्थन कर रहे हैं।”
युद्ध-विराम से पहले संयुक्त राष्ट्र और उससे संबद्ध संस्थाओं की 80 प्रतिशत से अधिक मानवीय सहायता सशस्त्र समूहों द्वारा रोक ली जाती थी, लेकिन पिछले महीने यह आँकड़ा घटकर लगभग 5 प्रतिशत पर आ गया। संयुक्त राष्ट्र मानवीय मामलों के समन्वय कार्यालय ने कहा कि, यह सुधार अधिक सहायता के प्रवेश और “हमास की ब्लू पुलिस” की सक्रियता के कारण हुआ है, जो अपराधों को रोकने में लगी है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि, अपराधों में कमी और इज़रायल के ख़िलाफ़ सशस्त्र प्रतिरोध के जारी समर्थन ने हमास को अपनी छवि सुधारने और ग़ाज़ा पर अधिक नियंत्रण स्थापित करने का अवसर दिया है। अब बहुत से फ़िलिस्तीनी इस आंदोलन को पहले से अधिक व्यवहारिक दृष्टि से देख रहे हैं।
फ़िलिस्तीनी राजनीतिक और सामाजिक शोध केंद्र के एक सर्वेक्षण के अनुसार, ग़ाज़ा के 51 प्रतिशत निवासियों ने हालिया युद्ध में हमास के प्रदर्शन को सकारात्मक बताया। मई में यह आँकड़ा 43 प्रतिशत था और एक साल पहले थोड़ा अधिक 39 प्रतिशत। एक अन्य सर्वेक्षण में, 41 प्रतिशत ग़ाज़ावासियों ने कहा कि, यदि चुनाव हों तो वे हमास को वोट देंगे। यह दिसंबर 2023 के बाद सबसे अधिक समर्थन है।
वाल स्ट्रीट जर्नल ने यह भी लिखा कि हमास के लिए बढ़ता समर्थन, ट्रंप की योजना के दूसरे चरण को लागू करना कठिन बना सकता है, जिसमें हमास का निरस्त्रीकरण और ग़ाज़ा की भावी सरकार में उसकी भूमिका समाप्त करना शामिल है। उसी सर्वेक्षण में, 55 प्रतिशत फ़िलिस्तीनी हमास के निरस्त्रीकरण का विरोध करते हैं, जबकि 44 प्रतिशत समर्थन में हैं। वहीं, ग़ाज़ा के 52 प्रतिशत लोग इस आंदोलन को निरस्त्र करने के लिए अंतरराष्ट्रीय बलों की तैनाती के भी खिलाफ हैं।

