हमास ने बार्सिलोना द्वारा इज़रायल से रिश्ता तोड़ने के फ़ैसले का स्वागत किया
अंतरराष्ट्रीय समाचार एजेंसी तसनीम के अनुसार, फ़िलिस्तीनी आंदोलन हमास ने स्पेन के कातालोनिया राज्य की राजधानी बार्सिलोना की नगर परिषद द्वारा इज़रायली शासन से रिश्ते तोड़ने के फैसले का स्वागत करते हुए कहा है कि यह फ़ैसला फ़िलिस्तीनी जनता के साथ एकजुटता का प्रतीक है, जो इस समय एक बड़े जनसंहार का सामना कर रही है।
हमास ने कहा कि यह फैसला इज़रायली शासन द्वारा की जा रही हत्याओं और फ़िलिस्तीनी जनता को भूखा रखने की नीति जैसे अपराधों के खिलाफ एक मजबूत प्रतिक्रिया है। उन्होंने दुनिया भर की सरकारों और शहरों से मांग की कि वे इस बर्बर शासन का बहिष्कार कर उसे अलग-थलग करें।
फ़िलिस्तीन की पीपुल्स फ्रंट ने भी समर्थन किया
फ़िलिस्तीनी संगठन ‘पीपुल्स फ्रंट फॉर द लिबरेशन ऑफ़ फिलिस्तीन’ ने भी इस फ़ैसले को न्याय और फ़िलिस्तीनी अधिकारों के समर्थन में एक साहसी कदम और नैतिक जीत बताया है। संगठन ने कहा कि यह फैसला इज़रायल के मुंह पर एक ज़ोरदार तमाचा है और इस तरह के क़दम दुनिया भर में इज़रायल को अलग-थलग करने की मुहिम को मज़बूती देंगे। उन्होंने ज़ोर दिया कि अब ज़रूरत है कि इज़रायल के साथ सभी प्रकार के संबंध पूरी तरह समाप्त किए जाएं—चाहे वो आर्थिक हों या सैन्य, और उन कंपनियों को भी निष्कासित किया जाए जो इज़रायल के समर्थन में भूमिका निभा रही हैं।
बार्सिलोना नगर परिषद का ऐतिहासिक फैसला
यह बयान उस समय सामने आया जब बार्सिलोना नगर परिषद ने एक ऐतिहासिक क़दम उठाते हुए इज़रायली शासन से सभी संस्थागत रिश्ते तोड़ने और तेल-अवीव के साथ समझौते को निलंबित करने का निर्णय लिया। यह निर्णय सत्ताधारी सोशलिस्ट पार्टी, वामपंथी दलों और कातालोनिया की स्वतंत्रता समर्थक पार्टियों के समर्थन से लिया गया। परिषद ने साफ़ किया कि जब तक इज़रायल अंतरराष्ट्रीय कानूनों का सम्मान नहीं करता और फ़िलिस्तीनी जनता के बुनियादी अधिकारों की गारंटी नहीं देता, तब तक यह बहिष्कार जारी रहेगा।

