महमूद अब्बास की एकतरफ़ा कार्रवाइयों पर हमास की प्रतिक्रिया
फिलिस्तीनी प्रतिरोध आंदोलन हमास ने कहा है कि, फ़िलिस्तीनी राष्ट्रीय परिषद (Palestinian National Council) को फिर से गठित करने का महमूद अब्बास का फ़ैसला एकतरफ़ा है और यह किसी भी राष्ट्रीय सहमति के बिना किया गया है।
फार्स न्यूज़ एजेंसी के अंतरराष्ट्रीय ब्यूरो के अनुसार, हमास ने बयान जारी कर कहा:
“हम अत्यंत चिंता के साथ फ़िलिस्तीनी अथॉरिटी के प्रमुख महमूद अब्बास द्वारा वर्ष के अंत से पहले फ़िलिस्तीनी राष्ट्रीय परिषद के पुनर्गठन की घोषणा को देख रहे हैं। यह निर्णय पूरी तरह से एकतरफ़ा है, राष्ट्रीय सहमति से दूर है और विभिन्न फ़िलिस्तीनी गुटों के बीच हुए राष्ट्रीय समझौतों के विरुद्ध है।”
फ़िलिस्तीनी समाचार एजेंसी शहाब के हवाले से हमास ने स्पष्ट किया कि यह एकतरफ़ा निर्णय सामूहिक राष्ट्रीय इच्छा का गंभीर उल्लंघन है और यह स्पष्ट रूप से काहिरा, अल्जीयर्स, मास्को और बीजिंग में हुए संवादों और समझौतों की अनदेखी करता है। इन सभी बैठकों में फ़िलिस्तीनी मुक्ति संगठन (PLO) को लोकतांत्रिक और सहभागी मूल्यों के आधार पर पुनर्गठित करने की आवश्यकता पर बल दिया गया था।
हमास ने आगे कहा:
“फ़िलिस्तीनी अथॉरिटी द्वारा इस प्रकार के एकतरफ़ा और निर्णायक निर्णय लेना बिना किसी सर्वसम्मति के, न केवल विभाजन को और गहरा करता है, बल्कि कब्ज़ाधारी इज़रायली शासन के ख़िलाफ़ फिलिस्तीनी राष्ट्रीय मोर्चे को कमज़ोर करता है।”
इसी के साथ, फ़िलिस्तीनी प्रतिरोध समूहों ने भी बयान जारी कर कहा:
“महमूद अब्बास की प्राथमिकता फ़िलिस्तीनी राष्ट्रीय परिषद के चुनाव नहीं, बल्कि ग़ाज़ा पर हो रहे आक्रमण और जनसंहार को रोकना होनी चाहिए।”
प्रतिरोध गुटों ने यह भी ज़ोर देकर कहा कि, अब्बास को ज़रूरी प्राथमिकताओं पर ध्यान देना चाहिए, जैसे कि ज़बरदस्ती कराई जा रही हिजरत को रोकना, वेस्ट बैंक और शरणार्थी शिविरों में हो रहे इज़रायली हमलों को समाप्त करना, और यरुशलम (क़ुद्स) में यहूदीकरण तथा अवैध बस्तियों के निर्माण का विरोध करना।

