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हमास द्वारा उत्तरी ग़ाज़ा में इज़रायली बस्ती की तरफ़ रॉकेट हमला

हमास द्वारा उत्तरी ग़ाज़ा में इज़रायली बस्ती की तरफ़ रॉकेट हमला

इज़रायली सूत्रों ने जानकारी दी है कि उत्तरी ग़ाज़ा पट्टी के आसपास स्थित बस्तियों में खतरे के सायरन गूंजे हैं। रिपोर्ट के अनुसार, एरिज, नेतिव हसरा और याद मोर्दखाई जैसे इलाकों में चेतावनी सायरन बजने से वहां के निवासी दहशत में आ गए। इज़रायली सेना ने अपने बयान में स्पष्ट किया है कि ये सायरन हमास द्वारा दागे गए रॉकेटों के कारण सक्रिय हुए। सेना के अनुसार, हमले का मुख्य निशाना सदीरोत शहर था। सेना ने दावा किया है कि उन्होंने दो रॉकेटों को हवा में ही रोक लिया, जबकि अन्य रॉकेट खुले क्षेत्रों में गिरे, जिससे कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ।

पिछले दावों पर सवाल
हमास द्वारा यह हमला ऐसे समय में किया गया है जब इज़रायली प्रशासन और सेना ने बार-बार उत्तरी ग़ज़ा पट्टी में हमास के प्रभाव को खत्म करने का दावा किया है। ज़ायोनी शासन ने इन इलाकों में कई सैन्य अभियान चलाने की बात कही थी और यह दावा किया था कि उन्होंने हमास के ठिकानों को नष्ट कर दिया है। लेकिन यह हमला इन दावों पर सवाल खड़े करता है और यह दिखाता है कि हमास की सैन्य क्षमता अभी भी बरकरार है।

इस हमले के बाद उत्तरी ग़ाज़ा के पास स्थित इलाकों में रहने वाले इज़रायली नागरिकों में भय का माहौल है। स्थानीय प्रशासन ने निवासियों से सतर्क रहने और आपातकालीन उपायों का पालन करने का निर्देश दिया है। वहीं, ग़ज़ा में बढ़ते तनाव ने इज़रायल और हमास के बीच संघर्ष को और गहराने के संकेत दिए हैं।

अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया और क्षेत्रीय प्रभाव
अंतरराष्ट्रीय समुदाय से शांति स्थापित करने की अपील लगातार की जाती रही है, लेकिन इज़रायल द्वारा ग़ाज़ा पट्टी में लगातार बमबारी, नरसंहार और हिंसा से शांति प्रयास कमजोर पड़ते दिख रहे हैं। इज़रायल ने ग़ाज़ा में सभी अस्पतालों को नष्ट करके एक ऐसा अमानवीय कृत्य अंजाम दिया है जिसकी पूरी दुनियां में निंदा हो रही है। आतंकवाद का नाम लेकर इज़रायल लगातार ग़ाज़ा के मासूम बच्चों, महिलाओं पर अत्याचार कर रहा है।

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