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हमास प्रतिनिधिमंडल ने रूस के साथ, ग़ाज़ा युद्ध-विराम पर चर्चा की

हमास प्रतिनिधिमंडल ने रूस के साथ, ग़ाज़ा युद्ध-विराम पर चर्चा की

हमास के एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल ने सोमवार को रूस की राजधानी मॉस्को का दौरा किया और वहां रूसी उप विदेश मंत्री मिखाइल बोगदानोव से मुलाकात की। इस बैठक में ग़ाज़ा में जारी हालात और इज़रायल के साथ संभावित युद्ध-विराम के दूसरे चरण पर विस्तार से चर्चा हुई।

रूस के साथ वार्ता के प्रमुख बिंदु
तुर्की की समाचार एजेंसी अनातोलिया के अनुसार, इस प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व हमास के वरिष्ठ नेता मूसा अबू मरज़ूक़ ने किया। वार्ता के दौरान मुख्य रूप से ग़ाज़ा की मौजूदा स्थिति, मानवीय संकट और इज़रायल के साथ संभावित युद्ध-विराम के अगले चरण की तैयारियों पर चर्चा की गई।

हमास के आधिकारिक बयान के अनुसार, इस बैठक में इज़रायली बलों द्वारा युद्ध-विराम के लगातार उल्लंघन का मुद्दा उठाया गया। इसमें विशेष रूप से उन घटनाओं का जिक्र किया गया, जहां इज़रायल ने मानवीय सहायता की प्रतिबद्धताओं को पूरा करने में देरी की है, जिससे ग़ाज़ा के निवासियों को गंभीर संकट का सामना करना पड़ रहा है।

इसके अलावा, हमास प्रतिनिधियों ने ग़ाज़ा में अस्पतालों, जल स्रोतों और अन्य बुनियादी ढांचे के पुनर्निर्माण में आ रही रुकावटों पर भी गहरी चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि इज़रायली सेना न केवल राहत कार्यों में अड़चन डाल रही है, बल्कि आवश्यक सेवाओं के पुनर्निर्माण में भी बाधाएं उत्पन्न कर रही है।

रूस की भूमिका और समर्थन
बैठक में हमास के वरिष्ठ नेता मूसा अबू मरज़ूक़ ने रूस की फ़िलिस्तीनी अधिकारों के समर्थन में निभाई गई ऐतिहासिक भूमिका की सराहना की। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि रूस को ग़ाज़ा के नागरिकों को तत्काल और निर्बाध मानवीय सहायता उपलब्ध कराने के लिए प्रभावी कदम उठाने चाहिए।

बयान के अनुसार, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के विशेष दूत मिखाइल बोगदानोव ने भी इस बैठक में स्पष्ट रूप से कहा कि रूस फिलिस्तीनियों के अधिकारों के समर्थन में अपने स्थायी रुख पर कायम है। उन्होंने इज़रायल और हमास के बीच युद्ध-विराम समझौते का स्वागत किया और इसे आगे बढ़ाने के लिए रूस की ओर से समर्थन जारी रखने का वादा किया।

बोगदानोव ने कहा कि रूस यह मानता है कि ग़ाज़ा के लोगों को मानवीय सहायता बिना किसी रुकावट और शर्तों के दी जानी चाहिए। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि रूस किसी भी तरह के जबरन समाधान को फ़िलिस्तीनी जनता पर थोपने का विरोध करता है।

युद्ध-विराम को लेकर आगे की संभावनाएं
इस बैठक के दौरान हमास और रूस ने युद्ध-विराम के दूसरे चरण को सफलतापूर्वक लागू करने पर सहमति जताई। हालांकि, हमास ने इस बात पर जोर दिया कि इज़रायल को अपनी सभी मानवीय प्रतिबद्धताओं को तुरंत लागू करना होगा, जिसमें ग़ाज़ा में राहत सामग्री की आपूर्ति, घायलों के लिए चिकित्सा सुविधाओं की बहाली और नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करना शामिल है।

रूस, जो मध्य पूर्व में एक प्रमुख राजनयिक शक्ति है, लंबे समय से फ़िलिस्तीनी अधिकारों का समर्थन करता रहा है और इस संघर्ष में राजनीतिक समाधान निकालने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। इस बैठक को दोनों पक्षों के बीच गहरी बातचीत और रणनीतिक साझेदारी की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।

हमास के इस उच्च स्तरीय दौरे को राजनयिक स्तर पर एक महत्वपूर्ण पहल माना जा रहा है, जो फ़िलिस्तीन-इज़रायल संघर्ष को हल करने और ग़ाज़ा में राहत कार्यों को तेज़ करने के प्रयासों का हिस्सा है। रूस की मध्यस्थता से युद्ध-विराम को मज़बूती देने और फ़िलिस्तीनियों के अधिकारों की रक्षा करने की दिशा में यह बैठक एक नया आयाम जोड़ सकती है।

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