संयुक्त अरब अमीरात के बहिष्कार के लिए वैश्विक अभियान शुरू
दुनिया भर में सोशल मीडिया पर संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के खिलाफ बहिष्कार का एक बड़ा अभियान शुरू हो गया है। विदेशी उपयोगकर्ताओं ने अंग्रेजी और अरबी दोनों भाषाओं में हैशटैग चलाकर लोगों से यूएई के साथ सभी व्यापारिक और राजनीतिक संबंध समाप्त करने की अपील की है। यह अभियान खास तौर पर उस रिपोर्ट के बाद तेज हुआ है, जिसमें कहा गया है कि यूएई सूडान में सक्रिय तथाकथित “रैपिड सपोर्ट फोर्सेज़” (RSF) नामक सशस्त्र गुट को राजनीतिक, आर्थिक और सैन्य सहायता प्रदान कर रहा है।
फ़ार्स समाचार एजेंसी के अंतरराष्ट्रीय विभाग के अनुसार, कई अंतरराष्ट्रीय कार्यकर्ताओं और मानवाधिकार संगठनों ने अबूधाबी सरकार पर सूडान में जारी मानवीय संकट को और गंभीर बनाने का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि यूएई की सहायता से ये सशस्त्र बल नागरिकों के खिलाफ हिंसा, सामूहिक नरसंहार और जन-फांसी जैसी घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। कार्यकर्ताओं ने कहा है कि जब तक यूएई इस समर्थन को समाप्त नहीं करता, तब तक वैश्विक समुदाय को उसके साथ किसी भी प्रकार का राजनीतिक, आर्थिक या सैन्य सहयोग नहीं करना चाहिए।
यह पहली बार नहीं है जब यूएई के खिलाफ इस तरह का अभियान चला हो। इससे पहले भी सोशल मीडिया पर “यूएई का बहिष्कार करो” (#BoycottUAE) नामक अभियान चलाया गया था, जिसमें लोगों ने इज़रायल के साथ यूएई के समझौते और इज़रायली वस्तुओं के खुले समर्थन की कड़ी आलोचना की थी।
इस बार आंदोलन का स्वर और अधिक तीखा है। सोशल मीडिया पर उपयोगकर्ता सूडान के संघर्षग्रस्त इलाकों से भयावह तस्वीरें और वीडियो साझा कर रहे हैं, जिनमें नागरिकों की सामूहिक हत्या और रेगिस्तानी क्षेत्रों में किए गए जन-फांसी के दृश्य दिखाए गए हैं। कई उपयोगकर्ताओं ने यूएई से जुड़े व्यवसायों, बैंकों और निवेश कंपनियों की सूची साझा कर दुनिया के नेताओं और नागरिकों से अपील की है कि वे अबूधाबी की नीतियों का आर्थिक बहिष्कार करें। कार्यकर्ताओं का कहना है कि जब तक अंतरराष्ट्रीय समुदाय ठोस कार्रवाई नहीं करता, तब तक सूडान में निर्दोष लोगों की पीड़ा कम नहीं होगी।

