ज़मीन के नीचे बने शेल्टर भी अब लोगों की जान नहीं बचा पाएंगे: ईरान
तेहरान: ईरानी सेनाओं के प्रवक्ता कर्नल रज़ा सैय्यद ने चेतावनी दी है कि “ईरान के बहादुर सैनिकों की तबाही मचाने वाली कार्रवाई क़ब्ज़े वाले सभी इलाकों तक फैलेगी। इन क्षेत्रों में रहने वाले नागरिकों को चेतावनी को गंभीरता से लेना चाहिए और वहां से निकल जाना चाहिए।” यह बयान तसनीम समाचार एजेंसी ने रिपोर्ट किया है।
कर्नल सैय्यद ने यह सख्त संदेश इज़रायली शासन द्वारा ईरान पर किए गए हमलों के जवाब में दिया है, जो शुक्रवार की सुबह अचानक और धोखे से शुरू हुए। उन्होंने नेतन्याहू सरकार को “भ्रष्ट, हताश और अपराधी शासन” क़रार देते हुए कहा कि इज़रायलियों की इस बड़ी भूल ने ईरान को एक “तबाही मचाने वाली, सबक़ सिखाने वाली और पछतावा कराने वाली” प्रतिक्रिया देने पर मजबूर किया है।
उन्होंने कहा कि “इन क्षेत्रों में अब रहना मुमकिन नहीं रहेगा।” नागरिकों को चेताया गया है कि वे सैन्य ठिकानों, सुरक्षा केंद्रों, फैसले लेने वाले संस्थानों और इज़रायली सैन्य वैज्ञानिकों के घरों के पास न रहें।
कर्नल सैय्यद ने बताया कि ईरान की सेना के पास अब क़ब्ज़े वाले क्षेत्रों के सभी संवेदनशील और रणनीतिक स्थानों का पूरा डेटा मौजूद है और वे कभी भी किसी भी लक्ष्य को निशाना बना सकते हैं। उन्होंने ज़ायोनी शासन पर यह भी आरोप लगाया कि वह आम नागरिकों को मानव ढाल की तरह इस्तेमाल करता है, और यह कि ज़मीन के नीचे बने शेल्टर भी अब लोगों की जान नहीं बचा पाएंगे।
सैय्यद ने कहा कि इज़रायली प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने अपने निजी हितों के लिए पूरे क्षेत्र को ख़तरे में डाल दिया है और जो रास्ता उसने चुना है वह सिर्फ शिकस्त और पछतावे पर जाकर खत्म होगा।
ज्ञात हो कि 13 जून की सुबह इज़रायली हमलों में तेहरान और अन्य हिस्सों में रिहायशी इलाकों और सैन्य-परमाणु केंद्रों को निशाना बनाया गया था। इन हमलों में कई वरिष्ठ सैन्य अधिकारी, कम से कम 6 परमाणु वैज्ञानिक और दर्जनों नागरिक शहीद हो गए। इसके जवाब में ईरान ने ज़ायोनी शासन पर कई मिसाइल हमले किए हैं।

