प्रतिरोध समूह का निरस्त्रीकरण पूरी तरह अस्वीकार्य: हमास
फ़ार्स न्यूज़ एजेंसी की अंतरराष्ट्रीय रिपोर्ट के मुताबिक, हमास के वरिष्ठ नेता मुहम्मद नज़्ज़ाल ने अल-जज़ीरा को दिए इंटरव्यू में ग़ाज़ा पट्टी में किसी भी युद्ध-विराम समझौते के तहत प्रतिरोध के निरस्त्रीकरण को पूरी तरह अस्वीकार्य करार दिया।
नज़्ज़ाल ने दोहा (क़तर) में हमास नेताओं और वार्ता प्रतिनिधिमंडल पर हुए हालिया इज़रायली हमले की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि, यह एक नया अपराध है, जिसे एक ऐसा हठीला और दमनकारी शासन अंजाम दे रहा है जो अंतरराष्ट्रीय कानूनों और मानवीय मूल्यों की कोई परवाह नहीं करता।
उन्होंने साफ़ आरोप लगाया कि अमेरिका इस हमले में प्रत्यक्ष रूप से इज़रायल का साझेदार रहा, क्योंकि यह हमला उस समय किया गया जब हमास के प्रतिनिधि ट्रंप की पेशकश पर चर्चा कर रहे थे। उनके मुताबिक, यह दिखाता है कि, वाशिंगटन और तेल अवीव दोनों ही ग़ाज़ा में प्रतिरोध को समाप्त करने और फ़िलिस्तीनी नेतृत्व को वार्ता की मेज़ पर दबाव में लाने की साज़िश कर रहे हैं।
नज़्ज़ाल ने इज़रायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू पर भी तीखा हमला बोला और कहा कि, वह वार्ता की प्रक्रिया को नाकाम करके “पूर्ण विजय” का झूठा भ्रम पाना चाहते हैं। लेकिन ग़ाज़ा में जारी प्रतिरोध और उसकी सैन्य कार्रवाइयाँ ही फ़िलिस्तीनी वार्ताकारों के हाथ में मज़बूत कार्ड हैं, जिन्हें कोई ताक़त छीन नहीं सकती।
अल-जज़ीरा ने उनके हवाले से यह भी लिखा कि “ग़ाज़ा में प्रतिरोध का निरस्त्रीकरण किसी भी हाल में क़बूल नहीं होगा, चाहे कितनी ही साज़िशें क्यों न रची जाएँ।”
इस बयान ने एक बार फिर यह स्पष्ट कर दिया कि, हमास और अन्य फ़िलिस्तीनी प्रतिरोध समूह ग़ाज़ा की रक्षा और इज़रायली आक्रमण का मुक़ाबला करने के लिए अपने हथियार छोड़ने को तैयार नहीं हैं, और क़तर में हुए इस हमले ने उनकी एकजुटता को और मज़बूत कर दिया है।

