वेस्ट बैंक में यहूदी अपराधों को रोकने के लिए अंतरराष्ट्रीय कार्रवाई की मांग
फ़िलिस्तीन ने पश्चिमी तट (वेस्ट बैंक) में अवैध यहूदी बस्तियों में रह रहे लोगों द्वारा किए जा रहे अपराधों को रोकने के लिए अंतरराष्ट्रीय हस्तक्षेप की मांग की है। फ़िलिस्तीनी विदेश मंत्रालय के अनुसार, शुक्रवार की शाम रामल्ला के उत्तर में स्थित सिंजल कस्बे में अवैध यहूदी बस्ती वालों के हमले में दो फ़िलिस्तीनी युवकों की मौत हो गई, जिनमें से एक अमेरिकी नागरिक था।
मारे गए युवकों में 23 वर्षीय सैफ अल-दीन कामिल अब्दुल करीम मुसलत शामिल है, जो अमेरिकी नागरिक था और अवैध बस्ती वालों द्वारा गोली मारकर हत्या कर दी गई। दूसरा युवक, 23 वर्षीय मोहम्मद अल-शालबी, सीने में गोली लगने से मारा गया। फ़िलिस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय ने दोनों मौतों की पुष्टि की है।
विदेश मंत्रालय ने वैश्विक समुदाय से आग्रह किया कि वह फ़िलिस्तीनियों पर हो रहे अत्याचारों को लेकर दोहरे मापदंड ख़त्म करे और पश्चिमी तट में आतंक फैलाने वाले बस्ती समर्थक मिलिशिया को रोकने तथा अंतरराष्ट्रीय क़ानूनी संधियों को लागू कराने के लिए ठोस कदम उठाए।
मंत्रालय ने शुक्रवार के हमले के दौरान अवैध यहूदी बस्ती वालों द्वारा फिलिस्तीनी घरों को जलाए जाने और दर्जनों लोगों के घायल होने को “संगठित राज्य प्रायोजित आतंकवाद” बताया। मंत्रालय ने कहा कि यह सब कुछ एक उपनिवेशवादी योजना के विस्तार की सरकारी नीति का हिस्सा है, जिसमें हथियारबंद बस्ती वालों को संरक्षण और समर्थन दिया जा रहा है।
मंत्रालय ने ज़ोर देकर कहा कि अवैध बस्ती समर्थक संगठनों को कानून के तहत जवाबदेह ठहराया जाए, उनके खिलाफ केस दर्ज किए जाएं, और उन्हें राजनीतिक व सैन्य संरक्षण देने वालों पर तत्काल प्रतिबंध लगाए जाएं।
फ़िलिस्तीनी आयोग फॉर कॉलोनाइजेशन एंड वॉल रेजिस्टेंस के अनुसार, साल 2024 के अंत तक पश्चिमी तट में अवैध यहूदी बस्ती वालों की संख्या लगभग 7 लाख 70 हज़ार तक पहुँच चुकी है, जो 180 अवैध बस्तियों और 256 अवैध चौकियों (जिनमें से 138 कृषि या चरागाह चौकियाँ हैं) में फैले हुए हैं।
आयोग के आँकड़ों के मुताबिक, इस साल के पहले छह महीनों में अवैध बस्ती वालों ने 2,153 हमले किए, जिनमें 4 फ़िलिस्तीनी मारे गए। वहीं, फ़िलिस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, ग़ाज़ा पट्टी पर इज़रायल की नरसंहारपूर्ण युद्ध की शुरुआत के बाद से अब तक वेस्ट बैंक में इज़रायली सेना और अवैध बस्ती वालों के हाथों कम से कम 998 फ़िलिस्तीनी शहीद हो चुके हैं और 7,000 से अधिक घायल हुए हैं।
पिछले साल जुलाई में अंतरराष्ट्रीय न्यायालय (ICJ) ने अपने ऐतिहासिक सलाहकारी फैसले में फ़िलिस्तीनी क्षेत्रों पर इज़रायली क़ब्ज़े को अवैध ठहराया था और वेस्ट बैंक तथा पूर्वी यरुशलम की सभी बस्तियों को खाली कराने का आदेश दिया था।

