संयुक्त राष्ट्र की शांति सेना को गोलान हाइट्स में भेजने का निर्णय
संयुक्त राष्ट्र ने गोलान हाइट्स में शांति सेना के अतिरिक्त बलों को भेजने का निर्णय लिया है। यह कदम इज़रायल द्वारा गोलान हाइट्स और इसके आसपास के क्षेत्र में अपनी सैन्य गतिविधियों को बढ़ाने के बाद उठाया गया है। पिछले तीन चार दिनों में इज़रायल ने अपनी सेना को गोलान हाइट्स के आसपास की सीमा पर तैनात किया, जिससे संयुक्त राष्ट्र शांति सेना की गतिशीलता पर असर पड़ा है।
संयुक्त राष्ट्र के एक राजनयिक ने ‘न्यूज़वीक’ पत्रिका को बताया कि इज़रायल के हमलों के बाद संयुक्त राष्ट्र ने अपने शांति अभियानों को बढ़ाने और क्षेत्र में शांति बनाए रखने के लिए अतिरिक्त सैनिक भेजे हैं। इन सैनिकों ने गोलान हाइट्स में अपने कुछ ठिकानों को मज़बूत किया, जहां स्थिति नाजुक बनी हुई है।
इसके अलावा, खबरों के अनुसार, इज़रायल की सेना द्वारा क्षेत्र में अतिरिक्त सैनिकों की तैनाती ने संयुक्त राष्ट्र की शांति सेना की गतिविधियों पर प्रतिबंध लगा दिया है। इससे संयुक्त राष्ट्र के पर्यवेक्षकों की गोलान हाइट्स में गतिविधियाँ बेहद सीमित हो गई हैं। इस समय संयुक्त राष्ट्र की शांति सेना के कर्मचारियों को गोलान हाइट्स में अपनी नियमित गतिविधियाँ जारी रखने में कई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है।
यह स्थिति संयुक्त राष्ट्र के लिए एक गंभीर चुनौती प्रस्तुत करती है, क्योंकि गोलान हाइट्स एक संवेदनशील क्षेत्र है, जो सीरिया और इज़रायल के बीच लंबे समय से विवाद का कारण बना हुआ है। संयुक्त राष्ट्र शांति अभियानों को क्षेत्र में शांति और सुरक्षा बनाए रखने के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है, लेकिन वर्तमान स्थिति में इन अभियानों को बढ़ाना मुश्किल हो रहा है। इस मुद्दे पर संयुक्त राष्ट्र का ध्यान बनाए रखने की कोशिश जारी है, जबकि क्षेत्रीय सुरक्षा स्थिति में सुधार की कोई उम्मीद नज़र नहीं आ रही है।