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BRICS की एकता और प्रभावशीलता लगातार बढ़ रही है: पुतिन

BRICS की एकता और प्रभावशीलता लगातार बढ़ रही है: पुतिन

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा है कि BRICS देश आर्थिक सूचकों के मामले में अब G7 जैसे समूहों से भी आगे निकल चुके हैं। उन्होंने बताया कि BRICS अब दुनिया के एक-तिहाई क्षेत्रफल और 40% वैश्विक अर्थव्यवस्था को नियंत्रित करता है, और इसके पास विशाल राजनीतिक, आर्थिक और मानवीय क्षमताएं हैं।

ख़बर 24 की रिपोर्ट के अनुसार बीती रात रियो डी जेनेरियो में BRICS शिखर सम्मेलन के आम सत्र को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से संबोधित करते हुए व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि तकनीकी, संसाधनों के कुशल विकास, लॉजिस्टिक्स, बीमा, व्यापार और वित्त जैसे क्षेत्रों में BRICS देशों के बीच सहयोग को मजबूत करना बेहद ज़रूरी है।

पुतिन ने कहा कि BRICS के तहत एक स्वतंत्र सेटलमेंट और डिपॉजिट सिस्टम की स्थापना से मुद्रा लेन-देन को तेज़, सुरक्षित और प्रभावी बनाया जा सकता है। उन्होंने बताया कि BRICS देशों के बीच व्यापार में राष्ट्रीय मुद्राओं का उपयोग लगातार बढ़ रहा है। उन्होंने बताया कि 2024 में रूस के BRICS देशों के साथ लेन-देन में रूबल की हिस्सेदारी 90% तक पहुँच चुकी है।

पुतिन ने पारस्परिक निवेश को बढ़ावा देने और BRICS के वित्तीय ढांचे और New Development Bank के ज़रिए नई निवेश प्लेटफॉर्म शुरू करने की पेशकश भी की। उन्होंने कहा कि इसका उद्देश्य वैश्विक दक्षिण और पूर्व के देशों से निवेश आकर्षित करना है।

उन्होंने यह भी कहा कि वैश्विक व्यवस्था में बदलाव की रफ्तार तेज़ हो रही है और अब उदार वैश्वीकरण का मॉडल पुराना हो रहा है। अब व्यावसायिक गतिविधियों का केंद्र उभरते हुए बाज़ारों की ओर बढ़ रहा है, जिससे BRICS देशों में एक नई “मजबूत लहर” पैदा हो रही है।

BRICS का G7 पर आर्थिक बढ़त
पुतिन ने IMF के ताज़ा आंकड़ों का हवाला देते हुए बताया कि BRICS देशों का कुल GDP (खरीद शक्ति समता के आधार पर) 77 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंच चुका है, जबकि G7 समूह का यह आंकड़ा 57 ट्रिलियन डॉलर है। 
BRICS की वैश्विक प्रतिष्ठा और प्रभाव में वृद्धि
रूसी राष्ट्रपति ने कहा कि BRICS अब केवल आर्थिक साझेदारी का मंच नहीं है, बल्कि यह राजनीतिक, सुरक्षा, वित्त, और सांस्कृतिक सहयोग का भी प्रमुख केंद्र बन चुका है। यह समूह अब यूरेशिया, अफ्रीका, पश्चिम एशिया और लैटिन अमेरिका जैसे क्षेत्रों के प्रमुख देशों को साथ लेकर चल रहा है। इसके अलावा, विश्व के दक्षिण और पूर्व में भी BRICS के समान सोच रखने वाले कई मित्र देश हैं।
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